उदयपुर
सुरखियों में रहने वाली नेहा जोशी को पुलिस ने किया बरामद, 14 माह पहले गायब हुई थी : खुद बताएंगी कहां रही 14 महीने
Paliwalwaniप्रतापगढ़ : नीमच जिले मनासा तहसील से 14 माह पहले गायब हुई नेहा जोशी को पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस ने राजस्थान के प्रतापगढ़ से नेहा जोशी को बरामद किया है. इस मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है. जिले का सबसे सुरखियों में रहने वाली नेहा जोशी अपहरण कांड में पुलिस ने शुक्रवार को तीन आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया. न्यायालय में नेहा जोशी अपहरण कांड के आरोपितों के नार्को व पालीग्राफ टेस्ट के आवेदन न्यायालय ने खारिज कर दिए हैं. यह आवेदन पुलिस ने आरोपितों से पूछताछ के लिए लगाए थे. रविवार को पुलिस के हाथ सफलता लगी और पुलिस की टीम ने नेहा को समीपस्थ प्रतापगढ़ जिले से ही पकड़ लिया. नेहा जोशी की बरामदगी को लेकर रविवार दोपहर एक बजे पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार वर्मा मीडिया से चर्चा कर पूरा खुलासा कर सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि जिले की मनासा तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम आंत्री बुजुर्ग की नेहा जोशी करीब 14 माह से लापता थी। उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा था। बेटी की घर वापसी की मांग को लेकर पिता राकेश जोशी ने कलेक्टोरेट में धरना दिया था। आमरण अनशन कर बेटी को घर वापस लाने की मांग की थी। इस दौरान पीड़ित पिता को कई सामाजिक व राजनीतिक संगठनों का समर्थन भी मिला था। विश्व हिंदू परिषद ने बंद का आव्हान किया था। समूचा जिला बेटी को घर वापस लाने की मांग को लेकर बंद रहा था। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और नेहा जोशी को ढूंढ निकाला। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नेहा को राजस्थान के प्रतापगढ़ से खोजा है। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
अपहरण की शिकायत दर्ज कराने के बाद भी नहीं हुई थी कार्रवाई
नेहा जोशी के पिता राकेश जोशी ने बताया कि बेटी करीब 14 माह पूर्व लापता हुई थी। उसके अपहरण की शिकायत मनासा थाने में दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार किया था। लेकिन पुलिस इनसे कुछ खास सुराग नहीं जुटा पाई थी। सिर्फ इतना पता कर पाई थी आखिरी बार इन्होंने नेहा को भादवा माता में छोड़ा था। पुलिस राजनीतिक दबाव में काम नहीं कर रही थी। मनासा थाने के टीआई भी थाने के चक्कर लगवा रहे थे। पुलिस की इसी ढीली कार्यप्रणाली को लेकर कलेक्टोरेट में आमरण अनशन किया था।
24 दिन चला था कलेक्टोरेट में आमरण अनशन
नेहा जोशी की घर वापसी की मांग को लेकर पीड़ित पिता ने कलेक्टोरेट में आमरण अनशन किया था। उनका यह अनशन करीब 24 दिनों तक चला था। इसके बाद उनकी तबियत खराब होने पर पुलिस व जिला प्रशासन ने उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया था। जहां उनका इलाज किया गया। पीड़ित पिता को कई संगठनों का समर्थन भी मिला था। कई संगठनों ने पीड़ित की बेटी की घर वापसी को लेकर हस्ताक्षर अभियान, नीमच जिला बंद किया। रैली निकालकर एसपी को ज्ञापन सौंपे। इसके बाद पुलिस महकमें की नींद खुली और नेहा जोशी की तलाश शुरू की।
वहीं मामले में लापरवाही करने वाले थाना टीआई केएल डांगी व एसआइ खान पर कार्रवाई की बात उठने लगी। लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन रविवार को मामले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। नेहा जोशी को पुलिस ने प्रतापगढ़ जिले से आखिरकार खौज निकाला है।
बता दे : जिले का सबसे सुरखियों में रहने वाल नेहा जोशी अपहरण कांड में पुलिस ने शुक्रवार को तीन आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय में अभी पुलिस की ओर से लगाए गए नारको टेस्ट व पालीग्राफ टेस्ट पर सुनवाई हो रही है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के ग्राम आंत्री से करीब 14 माह पूर्व नेहा जोशी का अपहरण हो गया था। जिसके बाद उसके पिता राकेश जोशी द्वारा कड़ा संघर्ष कर मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज कराने के लिए जोशी ने भोपाल तक चक्कर काटे थे। इसके बाद जोशी के प्रयास से मामले की जांच कर पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया था। जिसमें से एक आरोपित बाल अपचारी था। जिसे न्यायालय से जमानत मिल गई। जबकि तीन आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया। लेकिन नेहा जोशी का कोई पता नहीं चला।