उदयपुर
पर्यावरणविद् मंगल मेहता को श्रेष्ठ साहित्य शिरोमणि सम्मान
paliwalwani-
21वीं सदी में सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य का
-
विकसित मॉडल विषय पर राष्ट्रीय शोध पत्र
उदयपुर.
नेशनल यूथ पार्लियामेंट ऑफ द भारत के मार्गदर्शन में फॉस्टर, श्री कल्याणेश्वरी चेरिटेबल ट्रस्ट के सान्निध्य में 21वीं सदी में विकसित भारत राष्ट्रीय शोध प्रतियोगिता हुई। जिसमें प्रतापगढ़ के पर्यावरणविद् मंगल मेहता ने स्थानीय स्तर पर सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य का विकसित मॉडल विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम को ऑर्डिनेटर डॉ. ललित नारायण आमेटा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्य सचिव नेशनल यूथ पार्लियामेंट ऑफ द भारत के अनुसार 21वीं सदी में मेरे भारत का विकसित राष्ट्रीय शोध पत्र प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। डिजिटल माध्यम से कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप जिला कलक्टर मावली मनसुखराम डामोर एवं विकास अधिकारी मावली शैलेंद्र खिंची ने डिजिटल माध्यम से भूमिका निभाई।
21 वीं सदी के विकसित भारत में सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य में जैव विविधता, परिस्थिति तंत्र, वन्यजीवों, औषधीय वनस्पतियों के संरक्षण के साथ वनवासियों की समस्या तथा उनके उत्थान, क्षेत्र में पाए जाने वाले जीवो के प्रति व्यवहारिक शिक्षा, विश्व पर्यटन का दर्जा, सामाजिक, सांस्कृतिक सुरक्षा को लेकर प्रतापगढ़ के मंगल मेहता ने शोध पत्र प्रस्तुत कर ए ग्रेड प्राप्त की।
सीतामाता अभयारण्य को एक उच्च पर्यटन में विकसित मॉडल को राष्ट्रीय पुस्तक 21वीं सदी में मेरा विकसित भारत में प्रकाशित किया जाएगा। भारत सरकार को प्रेषित किया गया , जो सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य को एक उच्च गुणवत्तायुक्त नेशनल पर्यटन का दर्जा एवं विकसित भारत निर्माण में जोड़ा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मंगल मेहता ने पूर्व में इसी विषय पर जिला प्रशासन, प्रतापगढ़ की ओर से एक कॉफी टेबल बुक का सम्पादन भी किया, और एक शॉर्ट फिल्म डॉक्यूमेंट्री भी बनाई, जिसका विमोचन केबिनेट मंत्री राजस्व हेमन्त मीना ने किया l इस की सराहना की l जिसको तत्कालीन जिला कलेक्टर डॉ इन्द्रजीत यादव, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के मार्गदर्शन में तैयार किया गया था l