उज्जैन

दो महिला अधिकारी ने एक साथ ली रिश्वत : फिर रोने लगी सिर पकड़कर

paliwalwani
दो महिला अधिकारी ने एक साथ ली रिश्वत : फिर रोने लगी सिर पकड़कर
दो महिला अधिकारी ने एक साथ ली रिश्वत : फिर रोने लगी सिर पकड़कर

उज्जैन. उज्जैन में दो महिला अधिकारियों ने एक साथ रिश्वत ली। उन्होंने ठेकेदार को ऑफिस बुलाया और रुपए लिए। इस दौरान लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगेहाथ पकड़ लिया। एक महिला अफसर सिर पकड़कर रोने लगी।

मामला गुरुवार को वाणिज्य कर विभाग का है। लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक ने बताया कि सहायक ग्रेड-3 किरण जोशी और इंस्पेक्टर विजया भीलाला को गिरफ्तार किया है। महिला अधिकारियों ने जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) नंबर देने के बदले ठेकेदार 6000 रुपए की डिमांड की थी।

शहर की महावीर बाग कॉलोनी निवासी दीप सिंह बुनकर ने महिला अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि मेरी श्री राधा कॉन्ट्रैक्टर नाम से फर्म है। उज्जैन दृ बदनावर रोड पर जीआर कंपनी से सीमेंट-गिट्टी का काम ले रखा है। काम पूरा होने पर कंपनी ने जीएसटी नंबर लाने को कहा था। मैंने 23 अगस्त को इसके लिए अप्लाई किया था। दोनों महिला अधिकारी नंबर देने के बदले में 6000 रुपए रिश्वत की डिमांड कर रही थीं। बाद में दोनों 3500 हजार रुपए में नंबर देने पर राजी हो गईं।

घूस की रकम देने के लिए ठेकेदार को महिला अधिकारियों ने सहायक ग्रेड-3 किरण जोशी के केबिन में बुलाया था। ठेकेदार पहुंचे तो यहां दोनों महिला अधिकारी ही थीं। ठेकेदार के रुपए देने पर जोशी ने ड्रॉज में रखने को कहा। इसके थोड़ी देर बाद लोकायुक्त ने दबिश दी।

कॉन्ट्रैक्टर दीप सिंह बुनकर ने बताया कि कंपनी में 2-3 महीने से काम अटका हुआ है। जब कंपनी को जीएसटी नंबर दूंगा, तब वो पेमेंट करेगी। डेढ़ महीने पहले अप्लाई किया था। कहा गया था कि 8 से 10 दिन में काम हो जाएगा। 4-5 चक्कर काट चुका हूं।

आलीराजपुर में एकलव्य स्कूल के प्राचार्य अभिषेक पांडे 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़े गए। इंदौर से आई लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गुरुवार को आरोपी प्राचार्य के सरकारी आवास पर ये कार्रवाई की। प्राचार्य ने अपने ही स्कूल में पदस्थ एक शिक्षक से रिश्वत मांगी थी।

मामला जोबट क्षेत्र की खारी ग्राम पंचायत के शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का है। डीएसपी दिनेश पटेल ने बताया कि प्राचार्य अभिषेक पांडे ने शिक्षक सिकदार सिंह कनेश को जून-जुलाई 2024 में हॉस्टल वार्डन के प्रभार पर रखा था। आरोप है कि मैस संचालन के लिए खरीदी गई सामग्री के करीब साढ़े 4 लाख रुपए के बिल पास करने के एवज में प्राचार्य ने इस राशि का 10 प्रतिशत रिश्वत के रूप में मांगा था।

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