उज्जैन
Mahakaleshwar Temple : महाकालेश्वर मंदिर में अथर्ववेद की शौनक शाखा का पारायण : 23 से 27 दिसंबर 2022 तक
Paliwalwaniउज्जैन : महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) में शुक्रवार से अथर्ववेद (Atharvaveda) की शौनक शाखा का पारायण (recitation) होगा. 23 से 27 दिसंबर 2022 तक पारायण (recitation) किया जाएगा. अथर्ववेद के पारायण से विविध रोगों से निवृत्ति की कामना की जावेगी. अथर्ववेद के मंत्रों से दीर्घ आयु व अस्त्र-शस्त्र, आयुध निर्माण एवं संचालन कामना की जाती है.
मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने गुरुवार को बताया कि मंदिर में 5 दिसंबर 2022 से चल रहे, सुजलाम जल महोत्सव अन्तर्गत चारों वेदो का पारायण चल रहा है. इसके तहत अथर्ववेद की शौनक शाखा का पारायण किया जाएगा. जिसका समापन 27 दिसम्बर 2022 को होगा.
उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण भारत वर्ष में पंच महाभूतों यथा : धरती-अग्नि-जल-वायु-आकाश तत्व पर आधारित कार्यक्रम किये जा रहे हैं. भगवान महाकालेश्वर को जल प्रिय है. इसलिये सुजलाम जल महोत्सव का आयोजन पृथ्वी के नाभि केन्द्र पर स्थित ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मन्दिर में हो रहा है. प्रतिदिन देशभर के वैदिक विद्वान चतुर्वेद पारायण कर रहे है. इसीलिए महाकालेश्वर भगवान के प्रांगण में विशाल रजत जडि़त जल स्तंभ स्थापित किया जा रहा है, जिसका लोकापर्ण 28 दिसंबर 2022 को होगा.
ज्ञात रहे सुजलाम जल महोत्सव के अन्र्तगत महाकालेश्वर मंदिर में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति, महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान एवं मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के तत्वावधान में 5 से 29 दिसंबर तक चर्तुर्वेद पारायण का आयोजन हो रहा है.