राजसमन्द
गोमती - उदयपुर फोरलेन का विधिवत शुभारंभ 30 तक
Suresh Bhat/Jayant Sharma/Ayush Paliwalराजसमंद। गोमती से उदयपुर तक बन रही फोर लाईन का निमार्ण कार्य लगभग कार्य पुरा होने के कगार पर है। तीन साल पूर्व प्रारंभ हुए निर्माण सडक़ कार्य का अंतीम दौर चल रहा हैं। उदयपुर-गोमती फोर लाईन सडक़ पर बनाई गई चीरवा टनल एवं लालबाग से नाथद्वारा बस स्टेण्ड तक बना लगभग आधा किलो मीटर दुरी की लम्बी बनी टनल का एवं का शुभारंभ बुधवार को होगा उसके बाद यहां से बड़े वाहनो का आना जाना शुरू हो जाएगा। टनल के साथ ही नाथद्वारा लालबाग से नाथद्वारा बस स्टेण्ड होते हुए नाथुवास तक बने एलिवेटेड ओवरब्रिज पर भी वाहन का आनेजाने के साथ ही इसकी भी विधिवत शुरूआत हो जाएगी। लालबाग से नाथुवास तक बना लगभग डेढ़ किलो मीटर दुरी का बना एलिवेटेड पुलिया से गुजरने वाले वाहनो में सवार लोगो को नाथद्वारा शहर का विहंगमन दृश्य देखने को मिलेगा। 79.3 किलोमीटर लम्बी फोरलेन पर कुल 975 करोड़ रूपये खर्च किए गए है जिस पर 26 अक्टूबर से वाहनो के संचालन के लिए पुरी तरह से खोल दी जाएगी। गोमती से उदयपुुर जाने के लिए कुल 15 किलो मीटर की दुरी कम तय करनी पड़ेगी। वही उदयपुर से नाथद्वारा तक पंहुचने में लगभग चार किमी कम दुरी तय करनी होगी जिससे समय एवं ईंधन दोनो की बचत होगी।
तीन साल पहले हुआ उद्घाटन
गोमती-उदयपुर फोरलेन सडक़ का उद्घाटन तत्कालिन केन्द्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री डॉ.सीपी जोशी एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 12 अक्टूबर 2012 को गोमती चौराहे पर किया गया था।
तीन साल पहले शुरू हुए सडक़ निर्माण का कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण विभाग ने अहमदाबाद की सद्भाव कंपनी ने दो साल छ:माह में पुरा करने की शर्त थी। लैकिन कंपनी ने तय समय से छ:माह बाद पुरा किया।
चार ऐलिवेटेड तथा आठ ओवरब्रीज
गोमती से उदयपुर तक बनने वाली सडक़ केलवा बस स्टेण्ड, राजनगर चौराहे, पीपरड़ा चुंगीनाका एवं नाथद्वारा तकचार ऐलिवेटेड ओवरब्रीज तथा मोरचणा, ओडऩ, केलवा चौपाटी, घोड़ा घाटी सहित कुल आठ ओवरब्रीज बनाये गए है।
समय व ईंधन दोनो की बचत
ऐलिवेटेड पुलिया बनने के बाद आने वाले वाहन आबादी से गुजरने के बजाया सीधे ही पुलिया पर बनी सडक़ से निकल जाएंगे। राजसमंद से उदयपुर जाने के लिए पहले डेढ़ से दो घंटे लगते थे जो अब मात्र एक घंटे में ही यह दूरी बड़ी आशानी से तय कर ली जाएगी। जिससे समय एवं ईंधन दोनो की बचत होगी।
24 घंटे एम्बुलेंस व क्रेन उपलब्ध
गोमती-उदयपुर फोरलेन कार्य पुर्ण होने के साथ ही दोनो टोलकेन्द्रो पर अधिकारियों का कहना है कि भारत सरकार के नियमानुसार सुरक्षा का पुरा ध्यान रखा जाएगा फोरलेन पर जगह-जगह पर एम्बुलेंस व्यवस्था हर समय उपलब्ध रहेगी जिससे किसी भी प्रकार का हादशा होने पर घायलो को तुरंत चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल सकेगी। इसी के साथ क्रेन की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी जो क्षतिग्रस्त वाहनो को हटाने का काम करेगी।
गोमती - उदयपुर तक दो टोल केन्द्र
गोमती से उदयपुर जाने वाले मार्ग पर दो टोल केन्द्र लगाए गए है। जिसमें पहला टोल केन्द्र केलवा से मात्र 7 किलोमीटर की दुरी पर माण्डावाडा तथा दुसरा टोल केन्द्र देलवाड़ा के समीपवर्ती नेगडिय़ा गांव के नजदीक बना टोल नाका पुरी तरह तैयार हो गया है। जिसपर फोरलेन शुरू होने के साथ ही 26 अक्टूबर से यहां से गुजरने वाले वाहनो का टोल लगना शुरू हो जाएगा। प्रत्येक टोल केन्द्र पर 10.12 करोड रूपये खर्च हुए है।
आधा किमी लंबी है टनल
गोमती से उदयपुर जाने वाले वाहनो को चीरवा घाटे वाले चार किमी लंगी दुरी वाली सडक़ से नही गुजरना पड़ेगा। वाहनो के सीधे ही गुजरने के लिए लगभग आधा किमी लंबी एवं 11.5 मीटर चोड़ी टनल (सुरंग) का निर्माण वाहनो के आनेजाने के लिए किया गया है। टनल में रोशनी के लिए दुधिया रोशनी वाली लाईटो को लगाया गया है जो अंदेरी गुफा वाली टनल को रोशन करेगी।
इनका कहना . . .
गोमती से उदयपुर तक बनने वाली सडक़ का लगभग कार्य पुरा हो चुका है। फोरलेन का विधीवत शुभारंभ 25 से 30 अक्टूबर तक होने की संभावना है।
एएन बटवी- वरिष्ठ चीफ प्रोजेक्ट मेनेजर सद्भाव कंपनी
फोटो - राजनगर फोरलेन पर बने एलिवेटेड पुलिया का विहंगमन दृश्य तथा गुजरते वाहन।