राजस्थान
बेटियां तीन पीढियों का भविष्य संवारनें में सक्षम
Suresh Bhatराजमसंद। बेटियां तीन पीढियों का भविष्य संवारनें में सक्षम है जब वे अपने माता पिता के घर अविवाहित होती है तो अपनें माता पिता के द्वारा दिये गये संस्कारों से लाभान्वित होकर उन संस्कारों को विवाहोपरान्त अपनें धर्म के माता पिता के परिवार यानि ससुराल में जाकर क्रियान्वित करती है और अपनी संतान को सुसंस्कारित करती है। यह बात स्काउट व गाइड की ओर से चल रहे ग्रीष्मकालीन कौशल विकास एवं अभिरूचि शिविर में आयोजित विश्व धूम्रपान निषेध दिवस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए महावीर इन्टरनेशनल क्लब के उपाध्यक्ष डॉ. भगवतिलाल पगारिया ने अपने संबोधन में कहे। उन्होनें कहा कि शिविर के माध्यम से बेटियां जीवनोपयोगी कार्य सीखकर निश्चित तौर पर अपना व आने वाली पीढियों का भविष्य संवारनें का बखूबी प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। जो कि इनके लिऐ जीवनोपयोगी मंत्र के रूप में सहारा देगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्षता महावीर इंटरनेशनल क्लब संयुक्त अध्यक्ष विजय प्रकाश पिपरडा, विशिष्ठ अतिथि सचिव राजेन्द्र पोखरना, तारा पगारिया, दुर्गा जैन, शकुन्तला बोलिया, उर्मिला बाफना, लीला गोयल, अनोखा देवी बाफना,वृद्धिनी पुरोहित थी। संचालन घर्मेन्द्र गुर्जरव धीरज मेहता ने किय। सीओ. सुरेन्द्र कुमार पाण्डे ने जानकारी देते हुऐ बताया कि शिविर में विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें निबंध,भाषण,पोस्टर एवं क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। इन प्रतियोगिताओं में उच्च स्तर प्राप्त करनें वाले विजेताओं संभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा। इस अवसर पर षिविर में भाग ले रही युवतियों,महिलाओं एवं छात्रों से स्वंय धूम्रपान का सेवन नहीं करनें तथा अपने परिवार एवं इष्ट मित्रों को भी धूम्रपान नही करनें हेतु प्रेरित करनें के लिऐ संकल्प पत्र भरे।