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World Emoji Day 2023 : किसने बनाई थी दुनिया की पहली इमोजी, कैसे पड़ा ‘इमोजी’ नाम?, जानें इसके बारे में सबकुछ
Pushplataआज के समय में सोशल मीडिया लोगों की जिंदगी का जरूरी हिस्सा बन गया है। शायद ही कोई हो जिसका एक भी दिन इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, ट्विटर आदि चलाए बिना गुजरता हो। वहीं, इन मैसेजिंग एप पर लोग इमोजी का इस्तेमाल भी खूब करते हैं। इमोजी हमारी भावनाओं को व्यक्त करने में मदद कर चैटिंग को अधिक आसान बनाने का काम करती हैं। इसी कड़ी में बेहद कम समय में इसका चलन काफी बढ़ चुका है। छोटी से छोटी भावनाओं और हालातों को बयां करने के लिए लोग इमोजी का सहारा लेने लगे हैं। इसी बढ़ते चलन के कारण हर साल 17 जुलाई के दिन वर्ल्ड इमोजी डे मनाया जाता है।
कब हुई शुरुआत?
बता दें कि आज यानी 17 जुलाई, 2023 को दसवां विश्व इमोजी दिवस मनाया जा रहा है। वहीं, इसकी शुरुआत इमोजीपीडिया के संस्थापक जेरेमी बर्ज ने इमोजी के डिजिटल कन्वर्सेशन पर प्रभाव के सम्मान में 17 जुलाई, 2014 को की थी।
क्यों चुनी गई 17 तारीख?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 17 जुलाई 2002 को एप्पल ने अपने कैलेंडर ऐप के लिए इमोजी का इस्तेमाल किया। इसी कड़ी में वर्ल्ड इमोजी डे के लिए इस दिन को चुना गया।
क्यों नाम पड़ा ‘इमोजी’?
‘इमोजी’ शब्द दो जापानी शब्दों को मिलाकर बनाया गया है, जिसमें ‘ई’ का मतलब है चित्र यानी इमेज और ‘मोजी’ का अर्थ है चरित्र यानी कैरेक्टर। जापानी लोग इसे पिक्टोरियल मैसेज भी कहते हैं। दुनिया में पहली बार साल 1999 में एक जापानी दूरसंचार कंपनी एनटीटी डोकोमो के लिए आई-मोड नामक मोबाइल इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले शिगेताका कुरीता ने एक साथ 176 इमोजी बनाई थीं। मौजूदा समय में इमोजी कम्युनिकेशन का एक अहम हिस्सा बन गया है, जिसे लोग आमतौर पर टेक्स्ट आधारित कन्वर्सेशन को मनोरंजक बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं।
वर्ल्ड इमोजी डे थीम
हर साल इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए एक यूनिक थीम भी तय की जाती है। इस साल वर्ल्ड इमोजी डे 2023 की थीम ‘इमोजिस: एक्सप्रेस योरसेल्फ’ है। ये थीम लोगों को इमोजी की शक्ति के माध्यम से अपने विचारों, भावनाओं और क्रिएटिविटी को व्यक्त करने के लिए एनकरेज करती है। इन सब के अलावा इस खास दिन पर विशेष इमोजी कोलेक्शन भी जारी किए जाते हैं, जिन्हें लोग अपने मेसैज में शामिल करने के लिए यूज कर सकते हैं।