जयपुर
गंगापुर में पुलिस ने रोकी BJP की परिवर्तन संकल्प यात्रा, धरने पर बैठे पार्टी के नेता
Paliwalwaniराजस्थान. रविवार को राजस्थान के गंगापुर सिटी में भारतीय जनता पार्टी की 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' को पुलिस ने रोक दिया. बीजेपी ने चुनावी राज्य राजस्थान में सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करते हुए 4 परिवर्तन संकल्प यात्राएं आयोजित करने के फैसला किया है. यात्रा की शुरुआत रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डूंगरपुर से की.
पुलिस ने यह कहते हुए यात्रा रोक दी कि पार्टी के पास शहरी इलाकों के अंदर जुलूस ले जाने की अनुमति नहीं है. पुलिस की कार्रवाई के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं की अधिकारियों से नोकझोंक हुई. बीजेपी ने दावा किया कि उन्होंने यात्रा की अनुमति के लिए प्रशासन को लिखित आवेदन दिया है. पुलिस द्वारा यात्रा रोकने पर राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रमुख अरुण चतुर्वेदी, सांसद सुखबीर सिंह और विधायक जितेंद्र गोठवाल सहित राज्य के वरिष्ठ पार्टी नेता धरने पर बैठ गए.
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को राजस्थान के डूंगरपुर से भारतीय जनता पार्टी की 'परिवर्तन यात्रा' के दूसरे चरण का शुभारंभ किया.इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तारीफ करते हुए कहा कि विकास क्या होता है, इसकी परिभाषा वो बता चुकी हैं.अमित शाह ने कहां की परिवर्तन यात्रा के समाप्त होने के बाद गहलोत सरकार जाने का समय निश्चित तय होगा. शाह ने कहा, 'अशोक गहलोत जी मेरे सवाल का जवाब दीजिए. बताइए यूपीए सरकार ने क्या किया राजस्थान के लिए? आप हिसाब नहीं देंगे. पर में बनिए का बेटा हूं. यूपीए सरकार ने दस साल में एक लाख साठ हजार करोड़ दिया. मोदी जी ने आठ साल में आठ लाख करोड़ दिए. यात्रा के दूसरे चरण में 19 दिन में उदयपुर और कोटा डिविजनों के साथ ही भीलवाड़ा जिले के 52 निर्वाचन क्षेत्रों को कवर करने की योजना है. पहले चरण की यात्रा की शुरुआत शनिवार को रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने की थी.
इस यात्रा के तीसरा चरण की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 4 सितंबर को जैसलमेर के रामदेवरा से करेंगे और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 5 सितंबर को हनुमानगढ़ के गोगामेड़ी से चौथे चरण की यात्रा की शुरुआत करेंगे.
ये सभी यात्राएं राजस्थान की 200 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेंगी. इसमें मोटरसाइकिल रैलियों, किसानों, दलितों और महिलाओं की बैठकों सहित कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. राजस्थान विधानसभा के सभी 200 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान इस साल के अंत तक होना तय है.