निवेश
चुनावी नतीजे से शेयर बाजार में शानदार तेजी, सेंसेक्स 1350 अंक बढ़ा
Paliwalwaniदिल्ली. उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद आज वोटों की गिनती जारी है. शुरुआती रुझानों में यूपी में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है. वोटों की गिनती के बीच शेयर बाजार में शानदार तेजी आई है. वहीं यूक्रेन और रूस की बातचीत आगे बढ़ने के भी संकेत मिल हैं. पॉजिटिव ग्लोबल संकेतों से शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1350 अंकों के पार निकल गया. जबकि निफ्टी 16700 के ऊपर चला गया है. आज के कारोबार में बैंक और फाइनेंशियल शेयरों में जोरदार तेजी है. निफ्टी पर दोनों इंडेक्स 4 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुए हैं. वहीं आटो इंडेक्स में भी 3.5 फीसदी की तेजी है. सिर्फ मेटल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहा है.
विदेशी निवेशक रहे बिकवाल
बुधवार को भी फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने भारतीय बाजारों में बिकवाली की. बुधार को एफआईआई ने बाजार से 4,818.71 करोड़ रुपये निकाले. वहीं इस दौरान डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने 3,275.94 करोड़ रुपये की खरीदारी की
कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट
संयुक्त अरब अमीरात द्वारा कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने की घोषणा से कच्चे तेल के भाव में नरमी आई है. बुधवार को ब्रेंट क्रूड की कीमत 13.20 फीसदी गिरकर 111.14 डॉलर प्रति बैरल हो गई. अप्रैल 2020 के बाद एक दिन में यह सबसे बड़ी गिरावट थी. हालांकि, गुरुवार को ब्रेंट के दाम में उछाल आया है और यह 3.5 फीसदी बढ़कर 115 डॉलर प्रति बैरल के पार हो गया. इससे पहले इसी हफ्ते ब्रेंट क्रूड 139 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के करीब पहुंच गया था. कीमतों का ये स्तर बीते 14 सालों में सबसे ऊंचा स्तर रहा है. रूस यूक्रेन संकट (Russia Ukraine Crisis) की वजह से कीमतों में एक हफ्ते में 30 प्रतिशत से ज्यादा की उछाल देखने को मिल चुका है.
यूएई तुरंत 8 लाख बैरल तेल का उत्पादन बढ़ा सकता है. जो कि रूस पर लगे प्रतिबंधों से घटी सप्लाई के सातवें हिस्से की भरपाई कर देगा. वहीं आने वाले समय में ईरान से भी सप्लाई बढ़ने का अनुमान है जिससे भी आगे दबाव और कम होने का अनुमान दिया गया है. इन संकेतों को देखते हुए जानकारों ने अनुमान दिया है कि कीमतों में आगे और कमी आ सकती है. दरअसल तेल उत्पादक देशों को भी आशंका है कि तेल कीमतों में इतने उछाल से मांग पर नकारात्मक असर पड़ेगा वहीं अर्थव्यवस्थाओं में महंगे तेल से अगर सुस्ती आती है तो कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट आएगी. इसलिये ओपेक देश तेल उत्पादन बढ़ा सकते हैं.
निवेशकों को 5.5 लाख करोड़ रुपये का फायदा
बाजार में शानदार तेजी से निवेशकों को बड़ा मुनाफा हुआ है. उनकी दौलत 5.50 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ गई है. बुधवार को बीएसई लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 2,48,32,780.78 करोड़ रुपये था, जो आज 5,54,064.19 करोड़ रुपये बढ़कर 2,53,86,844.97 करोड़ रुपये हो गया.