स्वास्थ्य

कैंसर से भी खतरनाक है यह बीमारी, आंख की रोशनी से लेकर हाथ-पैर तक हो सकते हैं खराब, बाबा रामदेव से जानिए उपचार

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कैंसर से भी खतरनाक है यह बीमारी, आंख की रोशनी से लेकर हाथ-पैर तक हो सकते हैं खराब, बाबा रामदेव से जानिए उपचार
कैंसर से भी खतरनाक है यह बीमारी, आंख की रोशनी से लेकर हाथ-पैर तक हो सकते हैं खराब, बाबा रामदेव से जानिए उपचार

मल्टीपल स्क्लेरोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें कोशिकाओं की झिल्ली खराब हो जाती है। इस बीमारी की वजह से मरीज को अटैक आने लगते हैं और बॉडी में कई तरह की परेशानियां जैसे जुबान का तुतलाना, हाथ-पैर में सुन्नपन होना, हाथ-पैर में कमजोरी और याददाश्त में कमजोरी जैसी कई ऐसी बीमारियां हैं जो लोगों को परेशान करती हैं। ये अटैक बार-बार आते हैं इसलिए इसे मल्टीपल बोलते हैं और इसमें स्किन पर सफेद रंग के निशान पड़ते हैं इसलिए इसे स्क्लेरोसिस कहा जाता है। 

ये बीमारी युवा अवस्था में होती है और पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होती है। इस बीमारी में पहला अटैक आंखों पर होता है जिसमें आंखों की रोशनी कम होने लगती है। इस बीमारी से पीड़ित इंसान ठीक से देख नहीं पाता और उसे कई बार दो-दो चीजें भी दिखाई देती हैं। हालांकि इस बीमारी के लक्षण कभी-कभी अपने आप ठीक हो जाते हैं तो कभी इस बीमारी का इलाज करने की जरूरत होती है।

फोर्टिस अस्पताल गुरुग्राम में जनरल मेडिसिन,डीएम, न्यूरोलॉजी में डॉक्टर प्रवीण गुप्ता के मुताबिक इस बीमारी का इलाज बहुत महंगा नहीं है। इसके इंजेक्शन लगाकर उसे इलाज किया जा सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक इस बीमारी के लक्षणों को समझें और उसका इलाज करें।

पुराने मरीजों को देखकर डरने की जरूरत नहीं है बल्कि बीमारी को समझने की जरूरत है। एक्सपर्ट के मुताबिक जो मरीज मल्टीपल स्क्लेरोसिस के पहले और दूसरे अटैक में ही बीमारी को पकड़ लेते हैं और इलाज कराते हैं तो उन लोगों का ब्रेन लम्बे समय तक ठीक रहता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि मल्टीपल स्क्लेरोसिस के मरीज नॉर्मल इंसान से कैसे अलग हैं।

मल्टीपल स्क्लेरोसिस क्या होता है?

मल्टीपल स्क्लेरोसिस की परेशानी तब होती है जब हमारा इम्यून सिस्टम का सेंसर खराब होने लगता है, यानी हमारी इम्युनिटी की समझ बिगड़ जाती है। हमारा इम्यून सिस्टम बॉडी से टॉक्सिन, बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करता है, लेकिन कई बार खराब लाइफस्टाइल या कुछ बीमारियों की वजह से हमारे इम्यून सिस्टम में कुछ खराबी हो जाती है जिसकी वजह से ये इम्युनिटी बॉडी के हेल्दी सेल्स को मारना शुरू कर देती है। इस बीमारी में इम्यून सिस्टम सेंट्रल नर्वस सिस्टम को डैमेज करता है खासतौर पर ब्रेन,स्पाइनल कॉर्ड और ऑप्टिक नर्व को ये डैमेज करता है।

मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षण

  • मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षणों की बात करें तो एक या एक से अधिक अंगों में सुन्नता या कमज़ोरी जो आमतौर पर शरीर के एक तरफ होती है
  • हाथ-पैरों में झुनझुनी होना
  • गर्दन की कुछ गतिविधियों खासकर गर्दन को आगे की ओर झुकाने पर होने पर गर्दन का हिलना
  • तालमेल की कमी
  • चलने में असमर्थ
  • मसल्स में दर्द होना और हल्का बुखार आना
  • आंखों में कमजोरी होना, आमतौर पर एक समय में एक आंख में कमजोरी होना और दर्द होना
  • लम्बे समय तक आंखों से ब्लर दिखना
  • धुंधली नज़र
  • चक्कर आना
  • थकान
  • अस्पष्ट भाषण
  • संज्ञानात्मक समस्याएं
  • मूड में गड़बड़ी ये सभी समस्याएं मरीज को हो सकती हैं।

आयुर्वेद के मुताबिक कैसे करें इस बीमारी का इलाज

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक मल्टीपल स्क्लेरोसिस का मेडिकल साइंस में कोई इलाज नहीं है लेकिन आयुर्वेद की मदद से इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है। बाबा रामदेव के मुताबिक योग और नेचुरोपैथी की मदद से मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। इस बीमारी का उपचार करने के लिए आप योग और ध्यान करें। ताड़ासन,मंडूकासन,वक्रासन,योगमुद्रासन,गोमुखासन करें आपको बेहद फायदा होगा।

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