स्वास्थ्य
अमृत है ये कड़वी नीम की पत्तियां, रोज़ बासी मुंह इसकी गोली बनाकर खा लें बॉडी में दिखेंगे चमत्कार, जाने नीम के फायदे
PALIWALWANI
आयुर्वेद में नीम को बेहतरीन औषधि माना जाता है। नीम एक ऐसा हर्ब है जिसका सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और इम्यूनिटी मजबूत होती है। एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों से भरपूर नीम बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट करने में मदद करता हैं। स्किन से लेकर बालों तक के लिए अमृत हैं ये पत्तियां। घाव पर अगर इन पत्तियों का लेप लगाया जाए तो घाव जल्दी भरता है।
आयुर्वेद में इन पत्तों को वायु, पित्त और कफ दोषों को संतुलित करने वाला माना जाता है। पित्त और कफ को कंट्रोल करने में यह कड़वी पत्तियां अमृत साबित होती हैं। सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने बताया अगर दिन की शुरुआत नीम और हल्दी की गोली से की जाए तो आप अपनी बॉडी को हेल्दी रख सकते हैं। सदगुरु के मुताबिक अगर आप पूरा दिन पेट को साफ रखना चाहते हैं तो दिन की शुरुआत नीम की गोली से करें।
नीम की गोली पेट में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को दूर करती है और गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए माकूल महौल देती है। नीम का सेवन करने से गटमें सुधार होता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि रोज नीम का सेवन करने से सेहत को कौन-कौन सा फायदा होता है।
खून को साफ करता है नीम
नीम की पत्तियों को खाना अगर मुश्किल लगता है तो आप उन्हें दरदरा पीसकर उनकी गोली बना लें और रोज सुबह पानी से निगल जाए। नीम की ये गोली खून को साफ करती है और बॉडी में जमा सारी गंदगी को बाहर निकालती है। नीम का सेवन करने से स्किन के मुहांसे दूर होते हैं और बॉडी अंदर से डिटॉक्स होती है।
इम्यून सिस्टम हो जाता है दुरुस्त
रोज नीम की पत्तियों का सेवन सुबह खाली पेट करने से इम्यून सिस्टम मजबूत हो जाता है और बॉडी में बीमारियों से लड़ने की शक्ति मजबूत हो जाती है। नीम खाने से आपको मौसमी बीमारियों का खतरा टलता है।
डायबिटीज रहेगी कंट्रोल
रोज सुबह खाली पेट नीम की पत्तियों को अगर चबाया जाए तोमें शुगर का स्तर नॉर्मल रहेगा। नीम में ऐसे कंपाउंड मौजूद होते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाते हैं। इसका सेवन करने से बॉडी ग्लूकोज का अवशोषण बेहतर तरीके से करती है जिससे ब्लड शुगर नॉर्मल रहता है।
लिवर होता है डिटॉक्स
नीम की पत्तियां रोज चबाने से लिवर डिटॉक्स होता है। लिवर डिटॉक्स होता है तो ग्लूकोज का मेटाबॉलिज्म दुरुस्त होता है और लिवर अपना काम बेहतर तरीके से करता है।