स्वास्थ्य
क्या शुगर में नारियल खाना चाहिए, कच्चा नारियल खाने से शुगर लेवल पर क्या होता है असर!, जानिए एक्सपर्ट से
PALIWALWANI
Coconut In Diabetes: नारियल का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों के लिए ही नहीं, बल्कि कई प्रकार के खाने में भी किया जाता है। नारियल का सेवन चटनी, लड्डू और सब्जियों की ग्रेवी के तौर पर भी किया जाता है, लेकिन शुगर के मरीजों के मन में हमेशा ये सवाल रहता है कि उन्हें नारियल खाना चाहिए या नहीं, नारियल की गिरी खाने से शुगर लेवल पर क्या असर पड़ता है, क्योंकि नारियल का स्वाद मीठा होता है और शुगर के मरीजों के लिए मीठे का सेवन जहर से कम नहीं होता।
नारियल का गूदा, जिसे पके हुए नारियल का गूदा या गिरी भी कहा जाता है, नारियल की गिरी अपने स्वाद और स्वास्थ्य लाभों के लिए लोकप्रिय है, लेकिन इसकाशुगर के लेवल पर क्या प्रभाव पड़ता है? एंटरप्रेन्योर करण सरीन भारतीय फूड्स का ब्लड शुगर पर प्रभाव मापने के लिए परीक्षण करते हैं। उन्होंने 50 ग्राम नारियल के गूदे के एक कटोरे का उपयोग किया और उसका बताया है।
सरीन के सीजीएम या सतत ग्लूकोज मॉनिटर रीडिंग के अनुसार, दो घंटे बाद यह उछाल बहुत ही कम था, जबकि नारियल पानी में उछाल बहुत अधिक था। सरीन ने इंस्टाग्राम पर बताया, “कोई शुगर स्पाइक नहीं है। एक फ्लैट लाइन है, जो एक अच्छा परिणाम है।
नारियल की गिरी के पोषक तत्व
नारियल के पोषक तत्वों की बात की जाए तो 100 ग्राम कच्चे नारियल के गूदे में लगभग 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 9 ग्राम फाइबर, 33 ग्राम वसा, 3 ग्रामऔर कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। क्लिनिकल डाइटिशियन गरिमा गोयल ने बताया कि हाई फाइबर और फैट सामग्री नारियल की गिरी को कम ग्लाइसेमिक भोजन बनाती है, जिसका अर्थ है कि यह ब्लड शुगर के लेवल में तेजी से वृद्धि नहीं करता है।
नारियल से ब्लड शुगर को क्यों नहीं बढ़ाता?
- हाई फाइबर विशेष रूप से अघुलनशील फाइबर- कार्बोहाइड्रेट के पाचन और अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे ब्लड में ग्लूकोज धीरे-धीरे रिलीज होता है।
- हाई फैट सामग्री (MCTs)- नारियल ट्राइग्लिसराइड्स (MCTs) में समृद्ध है, जो मेटाबॉलिज्म के लिए इंसुलिन की आवश्यकता के बिना त्वरित एनर्जी प्रदान करता है। गोयल ने कहा कि यह इंसुलिन स्पाइक्स को कम करता है।
- कम शुद्ध कार्बोहाइड्रेट- कुल 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट में से 9 ग्राम फाइबर है। इसलिए शुद्ध पचने योग्य कार्बोहाइड्रेट बहुत कम हैं (लगभग 6 ग्राम प्रति 100 ग्राम), जो ग्लूकोज के लेवल को स्थिर करने में मदद करता है।
नारियल की गिरी खाने से क्या होता है?
न्यूट्रिएंट्स जर्नल में 2017 के एक अध्ययन का हवाला देते हुए , डाइटिशियन गरिमा गोयल ने कहा कि MCTs (जैसे नारियल में पाए जाते हैं) से भरपूर आहार इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकते हैं और वजन घटाने में सहायता कर सकते हैं, जो टाइप 2 शुगर के लिए फायदेमंद है।
गोयल ने बताया कि अमेरिकनएसोसिएशन ने शुगर के अनुकूल नाश्ते की सूची में बिना चीनी वाले नारियल (कद्दूकस किया हुआ नारियल) को भी शामिल किया है, लेकिन इसे सही मात्रा में खाया जाए। वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।