स्वास्थ्य

आंखों की देखभाल इस तरह करें : नहीं आएगी कोई परेशानी

Paliwalwani
आंखों की देखभाल इस तरह करें : नहीं आएगी कोई परेशानी
आंखों की देखभाल इस तरह करें : नहीं आएगी कोई परेशानी

कई तरह की तरह के आर्टिकल में हमें अपने स्वास्थ्य, अपनी स्किन, अपने बालों और यहां तक कि अपने पैरों की देखभाल कैसे करें, इस बारे में पढ़ने के लिए मिलता है. लेकिन हमारी आंखों पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है। आइए जानते हैं किस तरह से हम अपनी आंखों का ख्याल रख सकते हैं. ये प्रशिक्षित प्रोफेशनल होते हैं जो आपकी आँखों को स्वस्थ रखने में विशेषज्ञ होते हैं। ये ऑप्थेल्मोलोजिस्ट (नेत्रविशेषज्ञ), ऑप्टिशियन या ऑप्टोमेट्रिस्ट हो सकते हैं. अपनी आँखों के स्वास्थ्य को अच्छा बनाये रखने के लिए नियमित रूप से अपनी आँखें चेक कराएं या जब आपको दृष्टी सम्बन्धी परेशानी हो तब चेक कराएं.

आंखों की हेल्थ के लिए कई तरह की डाइट को शामिल करना जरूरी है. मिक्स फ्रूट और सब्जियां, विशेष रूप से गहरी पीली और हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से आंखों की हेल्थ अच्छी होती. ओमेगा 3 फैटी एसिड के लिए मछली, जैसे ट्यूना, सैल्मन और हलिबूट का सेवन करना चाहिए.

रेगुलर एक्सरसाइज करें

नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से डायबिटीज, हाई बीपी और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी स्थितियों को रोकने में मदद मिल सकती है, ये सभी बीमारियां आंखों की समस्याएं पैदा कर सकती हैं जो आपकी दृष्टि को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

सनग्लास लेते वक्त रखें इन बातों का ध्यान

ऐसी सन ग्लास का इस्तेमाल करना चाहिए जो यूवीए और यूवीबी जैसी हानिकारक किरणों को आपकी आंखों पर पड़ने से रोकते हैं। अपने कंप्यूटर स्क्रीन को अपनी आंखों से 20 से 24 इंच दूर रखने और चमक को कम करने के लिए ब्राइटनेस को बैलेंस कर लें।

अपनी आंखों को छूने से पहले अपने हाथ धो लें

यह सभी के लिए जरूरी है, लेकिन विशेष रूप से कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वालों के लिए अपनी आंखों को छूने से पहले, आपको अपने हाथों को हल्के साबुन से धोना चाहिए और उन्हें एक लिंट-फ्री तौलिये से सुखाना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपकी न चाहते हुए उंगलियों द्वारा आपकी आंखों में डाले गए कीटाणु और बैक्टीरिया आंखों में गुलाबी आंख जैसे संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

नियमित रूप से नेत्रचिकित्सक के पास जायें

ये प्रशिक्षित प्रोफेशनल होते हैं जो आपकी आँखों को स्वस्थ रखने में विशेषज्ञ होते हैं। ये ऑप्थेल्मोलोजिस्ट (नेत्रविशेषज्ञ), ऑप्टिशियन या ऑप्टोमेट्रिस्ट हो सकते हैं । अपनी आँखों के स्वास्थ्य को अच्छा बनाये रखने के लिए नियमित रूप से अपनी आँखें चेक कराएं या जब आपको दृष्टी सम्बन्धी परेशानी हो तब चेक कराएं । अपनी आँखों के बारे में अधिक जानें और जब आप अपने डॉक्टर के पास जाएँ तब उनसे आँखों के बारे में जानकारी लें । आँखों के बारे में ज्यादा जानने और आँखों की बीमारियों को रोकने के बारे में सीखने से आपको अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण अनुभव करने में मदद मिलेगी । (१)

अगर आपको दृष्टी सम्बन्धी कोई परेशानी न हो तो आपको अपनी 20 वर्ष से 30 वर्ष की आयु के बीच हर 5-10 साल में नेत्रविशेषज्ञ को दिखाने के लिए जाना चाहिए । अगर आपको दृष्टी सम्बन्धी कोई परेशानी न हो तो अपनी 40-65 वर्ष की आयु के बीच हर 2-4 साल में नेत्रचिकित्सक के पास जाना चाहिए। अगर आपको दृष्टी सम्बन्धी कोई परेशानी न हो तो अपनी 65 वर्ष की आयु के बाद हर 1-2 सालों में नेत्र चिकित्सक को दिखाएँ ।

पर्याप्त नींद लें : अपर्याप्त नींद आपकी आँखों की थकान के लिए जिम्मेदार होती है. आँखों की थकान के लक्षणों में आँखों में उत्तेजना, फोकस करने में परेशानी, अत्यधिक आंसू आना या आँखें सूखना, धुंधली दृष्टी या दोहरी दृष्टी, प्रकाश असंवेदनशीलता, या गर्दन, कन्धों, या पीठ में दर्द रहना शामिल हैं. हर रात पर्याप्त नींद लेने से आँखों की थकान से बचा जा सकता है. वयस्कों को हर रात लगभग 7-8 घंटे सोने की ज़रूरत होती है.

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