रतलाम/जावरा
सोहनगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 500 सीटर महर्षि पतंजलि संस्कृत स्कूल की सौगात
जगदीश राठौरजगदीश राठौर...✍️
रतलाम :
मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा डिंडोरी जिले के बाद प्रदेश में दूसरे रतलाम जिला अंतर्गत जावरा के निकट 2927 आबादी के ग्राम सोहनगढ़ में महर्षि पतंजलि संस्कृत निशुल्क स्कूल की सौगात मिली है । प्रस्तावित सस्थानम का भूमि पूजन समारोह शुक्रवार को सोहनगढ़ में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य के के सिंह कालूखेड़ा, कान्न सिंह चौहान, रतलाम जिला शिक्षा अधिकारी के सी शर्मा, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय,पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती निर्मला हाड़ा, अनिल दसेडा, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सैयद अमजद अली, भाजपा नेता चंद्रप्रकाश ओस्तवाल, डॉक्टर दिलीप शाकल्य, पिंकेश मेहरा एडवोकेट, यश जैन एडवोकेट, संतोष मेडतवाल एडवोकेट, कीर्ति सिंह राठौर, प्रह्लाद सिंह हाड़ा ,हरिराम शाह, रतन लाल लाकड, हरिराम शाह, विवेक पोरवाल, शिवेंद्र माथुर, प्रदीप शर्मा, अंजनी नंदन उपाध्याय, डॉक्टर अभिदीप शाकल्य, सोहनगढ़ सरपंच रतनलाल राठौर, हरिया खेड़ा सरपंच जितेंद्र पाटीदार सहित कई नेताओं के अलावा भारी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
इस अवसर पर महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थानम मध्य प्रदेश के चेयरमैन शासन द्वारा राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त भरत दास बैरागी ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि प्रदेश में नई शिक्षा पद्धति के अनुसार आधुनिक पाठ्यक्रम महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान द्वारा शुरू किया गया है जिसमें आवासीय विद्यालयों की शुरुआत करने का प्रयास किया गया है । समग्र भारत के लिए ग्रामीण विकास की अभिनव श्रंखला के अंतर्गत छोटे से गांव सोहनगढ़ में सरकार ने यह सौगात दी है । इस विद्यालय में प्रकृति व पर्यावरण का संरक्षण होगा और आधुनिक शिक्षा पद्धति से ओतप्रोत भारत की संस्कृति “सर्वे भवंतु सुखिन“ के सिद्धांतों पर आधारित शिक्षा ग्रहण कर संस्कारवान बच्चे राष्ट्र को समर्पित होंगे । पहली से पांचवी के बच्चे स्कूल आकर वापस घर चले जाएंगे लेकिन कक्षा 6 से 12वीं तक के बच्चों को निशुल्क आवासीय शिक्षा प्रदान की जाएगी।
आगामी 01 जुलाई 2023 से किराए के भवन में शिक्षा सत्र प्रारंभ हो जाएगा जैसे ही स्कूल की बिल्डिंग बन जाएगी नई बिल्डिंग में स्कूल प्रारंभ प्रारंभ हो जाएगा । विद्यार्थियों के एडमिशन में पूरी तरह पारदर्शिता होगी कोई भाई भतीजावाद और पक्षपात नहीं होगा।