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Small Savings Schemes : ये स्कीम देती है 7.6% तक का मोटा रिटर्न और एक-एक पैसा रहेगा सेफ, जानिए इन पांच शानदार योजनाओ के बारे में
Paliwalwaniपोस्ट ऑफिस PPF (Public Provident Fund)
पोस्ट ऑफिस PPF (Public Provident Fund) अकाउंट को मिनिमम 500 रुपये से शुरू किया जा सकता है। अकाउंट पर मौजूदा सालाना ब्याज दर 7.1 फीसदी है। पोस्ट ऑफिस PPF में एक वित्त वर्ष में मिनिमम 500 रुपये और मैक्सिमम 1.5 लाख रुपये जमा करना जरूरी है। पोस्ट ऑफिस PPF पर नॉमिनेशन सुविधा, माइनर के नाम पर दूसरा PPF अकाउंट खुलवाने की सुविधा, लोन लेने की सुविधा, इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन डिपॉजिट सुविधा, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक सेविंग्स अकाउंट से ऑनलाइन डिपॉजिट की सुविधा उपलब्ध है। पोस्ट ऑफिस PPF का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है और इससे पहले क्लोजर नहीं किया जा सकता। हालांकि चुनिंदा मामलों में 5 साल की अवधि पूरा होने के बाद जरूरत पड़ने पर इसे क्लोज कराया जा सकता है। ये मामले इस तरह हैं-
- खाताधारक, उसके जीवनसाथी या निर्भर बच्चों को जानलेवा बीमारी होने पर
- PPF खाताधारक या निर्भर बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए
- खाताधारक के विदेश में बसने पर
PPF में निवेश, इस पर आने वाले ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाले अमाउंट तीनों को आयकर कानून के तहत टैक्स से छूट प्राप्त है। मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद पोस्ट ऑफिस PPF अकाउंट को 5 साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है। अकाउंट एक्सटेंड कराने पर इसे आगे नए डिपॉजिट के साथ या बिना नए डिपॉजिट किए जारी रखा जा सकता है। मौजूदा बैलेंस पर ब्याज हासिल होता रहेगा।
सुकन्या समृद्धि स्कीम (SSY)
SSY में माता-पिता 10 वर्ष तक की आयु की बच्ची के नाम पर खाता खोल सकते हैं। एक बच्ची के नाम पर एक ही खाता खुलेगा। SSY अकाउंट को मिनिमम 250 रुपये से शुरू कर सकते हैं। एक वित्त वर्ष में न्यूनतम जमा 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तय की गई है। ब्याज दर की बात करें तो इस वक्त पोस्ट ऑफिस में सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट पर सालाना 7.6 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। सुकन्या समृद्धि स्कीम में अधिकतम 15 साल तक निवेश किया जा सकता है। अकाउंट को लड़की के 21 साल का होने के बाद ही बंद किया जा सकता है।
हालांकि बच्ची के 18 साल की होने पर उसकी शादी होने पर नॉर्मल प्रीमैच्योर क्लोजर की अनुमति है। 18 साल की उम्र के बाद बच्ची SSY अकाउंट से आंशिक तौर पर कैश निकासी कर सकती है, जिसकी सीमा पिछला वित्त वर्ष खत्म होने पर अकाउंट में मौजूद बैलेंस का 50 फीसदी तक है। SSY में जमा की जाने वाली रकम पर सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है। इसके अलावा जमा रकम पर आने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर मिलने वाला पैसा भी टैक्स फ्री है।
सुकन्या समृद्धि स्कीम में अधिकतम 15 साल तक निवेश किया जा सकता है। खाते को, खुलवाने के 5 साल बाद समय से पहले इन विशेष परिस्थितियों में बंद किया जा सकता है-
- खाताधारक की मृत्यु पर। (मृत्यु की तारीख से भुगतान की तारीख तक डाकघर बचत खाता ब्याज दर लागू होगी)।
- खाता धारक को जीवन के खतरे वाली बीमारी होने पर।
- अभिभावक की मृत्यु होने पर, जिसके द्वारा खाता संचालित किया गया।
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किसान विकास पत्र (KVP)
KVP को मिनिमम 1000 रुपये में लिया जा सकता है। मैक्सिमम निवेश की कोई लिमिट नहीं है। KVP पर अभी सालाना 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। इस ब्याज दर से आपका पैसा 124 महीने (10 साल और 4 महीने) की अवधि में डबल हो जाएगा। किसान विकास पत्र को जारी होने के ढाई साल बाद भुनाया जा सकता है। KVP को सिंगल या ज्वॉइंट में, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर लिया जा सकता है।
इसे किसी भी डिपार्टमेंटल पोस्ट ऑफिस से खरीद सकते हैं। KVP में नॉमिनेशन की सुविधा रहती है। इसके अलावा सर्टिफिकेट को एक व्यक्ति के नाम से दूसरे व्यक्ति के नाम पर और एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है। इस योजना के तहत कितने भी खाते खोले जा सकते हैं। KVP को मैच्योरिटी से पहले किसी भी समय बंद किया जा सकता है लेकिन इसके लिए ये शर्तें लागू हैं-
- खाताधारक की मृत्यु होने पर, संयुक्त खाते के मामले में किसी एक या सभी खाताधारकों की मृत्यु पर
- गिरवीं होने की स्थिति में राजपत्र अधिकारी द्वारा जब्त करने पर
- कोर्ट के आदेश पर
- जमा की तारीख से 2 साल और 6 महीने बाद।
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS)
SCSS के तहत 60 साल या उससे ज्यादा की उम्र का व्यक्ति अकाउंट खुलवा सकता है। अगर कोई 55 साल या उससे ज्यादा उम्र का है लेकिन 60 साल से कम का है और VRS ले चुका है तो वह भी SCSS में अकाउंट खोल सकता है। लेकिन शर्त यह है कि उसे रिटायरमेंट बेनिफिट्स मिलने के एक माह के अंदर यह अकाउंट खुलवाना होगा और इसमें डिपॉजिट किया जाने वाला अमाउंट, रिटायरमेंट बेनिफिट्स के अमांउट से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
SCSS पर मौजूदा ब्याज दर 7.4 फीसदी सालाना है। इस अकाउंट में केवल एक ही बार निवेश किया जा सकता है, जो मिनिमम 1000 रुपये से लेकर मैक्सिमम 15 लाख रुपये तक है। SCSS के तहत डिपॉजिटर इंडीविजुअली या अपनी पत्नी/पति के साथ ज्वॉइंट में एक से ज्यादा अकाउंट भी रख सकता है, लेकिन सभी को मिलाकर मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट लिमिट 15 लाख रुपये से ज्यादा नहीं हो सकती।
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SCSS का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है। अकाउंट पर प्रीमैच्योर क्लोजर की अनुमति है। मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद SCSS अकाउंट को और तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। अगर SCSS के तहत जमाकर्ता को मिलने वाली ब्याज राशि 50,000 रुपये सालाना से ज्यादा हो जाती है तो TDS कटने लगता है। इस स्कीम में जमा किए जाने वाले पैसे को इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत छूट प्राप्त है। SCSS अकाउंट पर नॉमिनेशन सुविधा, अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर कराने की सुविधा, एक ही ऑफिस में कई SCSS अकाउंट खुलवाने की सुविधा उपलब्ध है।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)
NSC का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है। इस पर मौजूदा सालाना ब्याज दर 6.8 फीसदी है। NSC में मिनिमम 1000 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है। निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। NSC में सिंगल या ज्वॉइंट में, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर निवेश किया जा सकता है। इसमें निवेश को आयकर कानून के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स रिबेट प्राप्त है। NSC को, जारी होने से मैच्योरिटी डेट के बीच एक बार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर किया जा सकता है।
वैसे तो NSC को समय से पहले भुनाने की अनुमति नहीं है लेकिन एकल खाता धारक की मौत होने/संयुक्त खाते के मामले में एकल या सभी खाताधारकों की मृत्यु पर पर ऐसा किया जा सकता है। इसके अलावा राजपत्रित अधिकारी द्वारा जब्ती, न्यायालय द्वारा आदेश देने पर भी एनएससी के प्रीमैच्योर इनकैशमेंट की अनुमति है।