इंदौर
Indore News : पुलिस की हाईटेक तैयारी : हर एंट्री-एग्जिट पर लगे लाइव कैमरे : अपराधियों पर सख्ती बढ़ने की संभावना
sunil paliwal-Anil Bagoraइंदौर. बाहरी गिरोहों की गतिविधियों पर नजर रखने और शहर में अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने एक सशक्त सुरक्षा व्यवस्था तैयार की है. शहर में आने-जाने के महत्वपूर्ण स्थानों पर हाईटेक नाइट विजन कैमरे लगाए गए हैं. ये कैमरे दिन और रात दोनों समय में स्पष्ट तस्वीरें कैप्चर करने में सक्षम हैं.
पुलिस ने ऐसे 17 प्रमुख स्थानों को चिह्नित किया है, जिनका उपयोग अक्सर अपराधी शहर में प्रवेश करने या वारदात के बाद निकलने के लिए करते हैं. महत्वपूर्ण स्थानों पर कुल 120 नाइट विजन कैमरे लगाए गए हैं. इन कैमरों ने एक सप्ताह से काम करना शुरू कर दिया है. पुलिस कंट्रोल रूम से इन कैमरों की लाइव फीड देखी जा सकती है, जिससे आने-जाने वाले वाहनों और लोगों पर आसानी से नजर रखी जा रही है.
यहां पर लगे हैं कैमरे : रालामंडल, राऊ गोल चौराहा, कनाड़िया, बेस्ट प्राइज, बायपास, सांवेर रोड, तेजाजी नगर, पीथमपुर रोड, नावदापंथ, गोम्मटगिरि, टीसीएस चौराहा और बुढ़ानिया जैसे इलाके शामिल हैं. प्रत्येक स्थान पर कम से कम चार कैमरे लगाए गए हैं, ताकि कोई भी गतिविधि पुलिस की नजरों से बच न सके. यह कदम अपराधियों के खिलाफ एक सख्त पहल है, जो अक्सर ऐसे मार्गों का उपयोग करके पुलिस की पकड़ से बच निकलते थे.
पुलिस को मिलेगी मदद : शहर में कुल मिलाकर एक हजार के लगभग कैमरे पहले ही लगाए जा चुके हैं, जिनमें से अधिकतर कैमरे प्रमुख चौराहों और संवेदनशील क्षेत्रों में लगे हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत भी इन स्थानों पर सुरक्षा के लिए कई नए कैमरे लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा, पुलिस स्थानीय कॉलोनियों, सोसायटियों और व्यापारियों के सहयोग से भी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर रही है. शहर में लगाए गए पांच हजार से अधिक निजी कैमरे पुलिस को अपराधियों की पहचान करने और वारदात के बाद उनका पीछा करने में मददगार साबित हो रहे हैं.
बाहरी गिरोह ने किए बड़े अपराध : पुलिस के अनुसार, कुछ साल पहले बाहरी गिरोहों पर नकेल कसने के लिए इंदौर, जबलपुर और भोपाल जैसे बड़े शहरों के लिए 18 करोड़ का एक प्रोजेक्ट तैयार किया गया था. इन प्रमुख स्थानों में सके तहत हर शहर में लगभग सौ नाइट विजन कैमरे लगाने का प्रस्ताव था. यह प्रोजेक्ट अब कार्यान्वित हो चुका है और इन शहरों में भी इंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर कैमरे लगाए गए हैं. इन कैमरों का रखरखाव और देखभाल के लिए पुलिस ने कैमरा लगाने वाली कंपनी के साथ पांच साल का अनुबंध किया है, जिसमें कंपनी मेंटेनेंस की भी जिम्मेदारी उठाएगी.
हर गतिविधि पर रहेगी पुलिस की नजर : इन नाइट विजन कैमरों की मदद से अब पुलिस अपराधियों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख सकेगी. वारदात के तुरंत बाद उनके भागने के रास्तों की पहचान कर सकेगी. पुलिस की इस पहल से अपराधियों पर सख्ती बढ़ने की संभावना है, जिससे शहर में अपराध दर को कम करने में मदद मिलेगी.