स्वास्थ्य
आपकी इन गलतियों से किडनी होती है खराब, ऐसे रखें इसकी सेहत का ध्यान
paliwalwani
अगर आप भी खाने-पीने के शौकीन है तो जरा सावधान हो जाइए. आपके खाने-पीने का सीधा प्रभाव आपकी किडनी पर पड़ता है. किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण ऑर्गन है. इसे स्वस्थ रखना बेहद जरूरी है. किडनी में होने की वाली गड़बड़ी का असर पूरे शरीर पर पड़ता है.
गंभीर बात यह है कि किडनी की परेशानी जल्दी से पता नहीं चलती है और आप शुरुआती लक्ष्णों को नजरअंदाज भी करते हैं. इसलिए अपने खानपान पर और दिनचर्या पर आपको गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है. यहां हम आपको बताएंगे कि आपके कुछ भी खाने-पीने की आदत किडनी को किस तरह से नुकसान पहुंचाती है. किडनी के स्वास्थ्य को सबसे ज्यादा क्या चीजें प्रभावित करती हैं.
अगर पर हाई प्रोटीन डाइट लेते हैं तो यह बातें आपके काम आ सकती हैं. हाई प्रोटीन डायट से किडनी का कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ता है. इससे किडनी को अपशिष्ट पदार्थों को फिल्टर करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इससे किडनी की कार्यक्षमता कम हो जाती है और किडनी स्टोन की समस्या भी हो सकती है। हाई प्रोटीन डायट लेने से डिहाईड्रेशन, कब्ज औऱ मुंह से बदबू आने की समस्या भी हो सकती है. इनमें से कोई भी लक्ष्ण आपको उभरते हैं तो आपको तुरंत किडनी की जांच करवानी चाहिए और अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
इनमें होता है हाई प्रोटीन : यदि आपको लगता है कि केवल मांस, मछली और अंडे में ही हाई प्रोटीन होता है तो यह आपकी गलतफहमी है. बहुत से वेजीटेरियन फूड में भी हाई प्रोटीन होता है और आप स्वाद या पसंद के चलते उनका अत्याधिक सेवन करते हैं. वेड फूड में दालें, काले चने, काले छोले, बादाम, चिया के बीज, सोयाबीन, दही, हरी मटर और पालक में भी प्रोटीन होता है. इनका अत्यधिक सेवन भी आपकी किडनी के लिए समस्या बढ़ा सकता है.
कैल्शियम : कई बार हड्डियों में दर्द होने पर डॉक्टर कैल्शियम लेने की सलाह देते हैं. हड्डियों को आराम देने के लिए आप कैल्शियम युक्त पदार्थ या सप्लीमेंट लेना शुरु कर देते हैं औऱ उन्हें लंबे समय तक लेते भी रहते हैं। या फिर आप अनजाने में ही कैल्शियम वाले पदार्थों का अत्यधिक सेवन करते हैं.
अधिक कैल्शियम से भी आपकी किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित होती है. गंभीर बात यह है कि अधिक कैल्शियम किडनी में स्टोन का कारण बनता है. इसके अलावा खून में कैल्शियम की मात्रा बढ़ने से किडनी के ऊतकों में कैल्शियम जमा हो सकता है, जिसे नेफ्रोकैल्सीनोसिस कहा जाता है.
इनमें होता है कैल्शियम : डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही, पनीर में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होती है. इसके अलावा केला, हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम और सोया दूध व अनाज में भी कैल्शिय की मात्रा ज्यादा होती है. तो यदि आप इनमें से किसी भी खाद्य पदार्थ से शौकीन है तों उसे सीमित मात्रा में ही लें
सोडियम : शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ने पर भी किडनी की गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है. आप चटपटा खाने के शौकीन तो सावधान रहिए. सोडियम की मात्रा बढ़ने से न केवल दिल संबंधी रोग हो सकते हैं बल्कि किडनी की सेहत भी खराब होती है.
सोडियम बढ़ने पर यूरिन में प्रोटीन की मत्रा बढ़ जाती है, जो कि़डनी की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है और क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) का भी कारण बन सकती है. यदि आप पानी कम पीते हैं तो भी शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है. इसलिए दिन में कम से कम 4 से 6 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए.