ज्योतिषी
आज रक्षा बंधन पर 7 अशुभ योग का महासंयोग, जानें श्रावण पूर्णिमा की पूजा का मुहूर्त
paliwalwani
भाई की कलाई पर राखी बांधने का यह है शुभ मुहूर्त
आज देशभर में रक्षा बंधन का पर्व मनाया जा रहा है। ये दिन भाई-बहन को समर्पित होता है। इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक कर उनकी कलाई पर राखी बांधती हैं, जिसके बदले में भाई अपनी बहनों को उनकी रक्षा करने का वचन देता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, हर साल ये पर्व श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण पूर्णिमा के दिन व्रत रखने के साथ-साथ भगवान शिव की पूजा करना शुभ माना जाता है। आइए अब जानते हैं आज के दिन के शुभ-अशुभ मुहूर्त के बारे में।
रक्षाबंधन की तारीख और समय
रक्षाबंधन 2025 का पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा. श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त को दोपहर 2:12 बजे से शुरू होकर 9 अगस्त को दोपहर 1:24 बजे तक रहेगी. चूंकि उदया तिथि यानी सूर्योदय के समय भी पूर्णिमा रहेगी, इसलिए रक्षाबंधन 9 अगस्त को ही मनाया जाएगा.
शुभ मुहूर्त में बांधें राखी
इस बार राखी बांधने के लिए दिन भर शुभ समय रहेगा क्योंकि इस दिन भद्रा नहीं है. हालांकि सुबह का लगभग डेढ़ घंटा राहुकाल रहेगा जो सुबह 9:07 बजे से 10:47 बजे तक है. इस दौरान राखी बांधने से बचना चाहिए.
शुभ समय :
-ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:22 से 5:04 बजे तक
-अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:17 से 12:53 बजे तक
-सर्वार्थ सिद्धि योग: दोपहर 2:23 बजे तक
-सौभाग्य योग: 9 अगस्त की सुबह से लेकर 10 अगस्त तड़के 2:15 बजे तक
विशेष संयोग : इस बार रक्षाबंधन पर श्रावण नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग, और शिव योग एक साथ बन रहे हैं, जो इसे और भी खास बना रहे हैं. साथ ही यह दिन बिना भद्रा के होगा, जो कई वर्षों बाद एक शुभ संयोग है. माना जा रहा है कि 95 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है.
9 अगस्त 2025 का पंचांग
आज दोपहर 01:24 मिनट तक श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि रहेगी, जिसके बाद प्रतिपदा तिथि का संयोग बन रहा है। इसके अलावा आज सुबह 02:15 से शोभन योग का आरंभ होगा, जिससे पहले सौभाग्य योग रहेगा। जबकि दोपहर 01:25 मिनट तक बव करण रहेगा। इसके बाद बालव करण का आरंभ होगा, जो 9 अगस्त को देर रात तक रहेगा। इसी के साथ आज दोपहर 02:23 मिनट तक श्रवण नक्षत्र रहेगा, जिसके उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग बन रहा है।
व्रत-त्योहार से लेकर दिशा तक
आज शनि देव और हनुमान जी को समर्पित शनिवार के शुभ दिन रक्षा बंधन, श्रावण पूर्णिमा, गायत्री जयंती, नारली पूर्णिमा और संस्कृत दिवस है। साथ ही शक सम्वत विश्वावसु (1947), विक्रम सम्वत कालयुक्त (2082) और गुजराती सम्वत नल (2081) है। जबकि दिशा शूल पूर्व रहने के योग हैं।
चंद्रमास से लेकर चंद्रास्त तक
बता दें कि आज चंद्रमास यानी पूर्णिमान्त और अमांत सावन अर्थात श्रावण है। इसके अलावा आज प्रात: काल 05 बजकर 47 मिनट के आसपास सूर्योदय होगा। जबकि शाम में 07 बजकर 6 मिनट के आसपास सूर्यास्त हो सकता है। वहीं चंद्रोदय की बात करें तो वो शाम में 07 बजकर 21 मिनट पर हो सकता है। हालांकि आज रक्षा बंधन के पावन पर्व पर चंद्रास्त नहीं होगा।
9 ग्रहों की स्थिति
- सूर्य देव कर्क राशि में
- चंद्र देव मकर राशि में
- बुध देव कर्क राशि में
- शुक्र ग्रह मिथुन राशि में
- मंगल देव कन्या राशि में
- गुरु देव मिथुन राशि में
- शनि देव मीन राशि में
- राहु ग्रह कुंभ राशि में
- केतु सिंह राशि में
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। इसकी पुष्टि नहीं करता है।