स्वास्थ्य
Health Tips : क्या आप भी होते है बार-बार बीमार तो अपनाएं ये उपाय,न दवाइयों से होगा मुंह कड़वा, न लगाओगे डॉक्टर के चक्कर
Paliwalwaniआज हम आपको कुछ काम की हेल्थ टिप्स बताने जा रहे हैं। इन टिप्स को अपना कर आप बार-बार बीमार होने से बच सकते हैं। फिर आपको न तो दवाइयों से मुंह कड़वा करना पड़ेगा और न ही डॉक्टर के चक्कर लगाने पड़ेंगे।
इम्यूनिटी बढ़ाएं
इम्यूनिटी का कमजोर होना यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना बार-बार बीमार पड़ने की सबसे बड़ी वजह होती है। आ इसे में आपकी कोशिश अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने की होनी चाहिए। इससे बाहरी किटाणु आपके शरीर पर हावी नहीं हो पाएंगे। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता ही इन किटाणुओं से निपट लेगी। इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए फूड्स संतरा, हल्दी और तुलसी के पत्ते जैसी चीजें खाना शुरू कर दें। हल्दी और तुलसी का दूध इम्यूनिटी बढ़ाने में बहुत लाभदायक होता है। वहीं रोजाना हरी सब्जियां, फल और ड्राई प्रूट्स खाने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। नियमित व्यायाम करने से भी इम्यूनिटी बूस्ट होती है।
साफ सफाई का ध्यान रखें
गंदगी में बीमारी और इंफेक्शन सबसे जल्दी फैलता है। इसलिए अपनी साफ-सफाई पर खास ध्यान दें। पब्लिक टॉयलट का यूज भूलकर भी न करें। रोज नहाएं, रोज कड़पे बदलें, घर में कहीं गंदगी न होने दें। कुछ भी खाने से पहले हाथ साबुन से धोएं। बाहर का कुछ भी खाने से बचें। पानी उबालकर पिएं।
खाने का तरीका सुधारें
रात को 8 बजे के बाद खाना न खाएं। खाने के बाद कुछ मिनट टहल लें। रात में हल्का भोजन करें। सुबह उठते से 40 मिनट के अंदर ब्रेकफास्ट कर लें। दो बार अधिक खाने की बजाय 5 बार में छोटे-छोटे मील्स लें। खाने के तुरंत बाद सोए नहीं। भोजन के 30 मिनट पहले और भोजन के एक घंटे बाद तक पानी न पिएं।
विटामिन लें
विटामिन और मिनरल का सेवन आपकी बीमार होने से बचाएगा। इसलिए सब्जियां और फल खूब खाएं। ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन डी-3 का सेवन करें। डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं। लेकिन नैचुरल फूड्स से विटामिन लेना अधिक लाभकारी होता है। शराब और धूम्रपान न करें।
जरूरी चेकअप कराएं
30 की उम्र छूने के बाद जरूरी मेडिकल चेकअप कराते रहना चाहिए। बीमारी जितनी जल्दी पता चलती है औसक इलाज उतना ही आसान होता है। 30 प्लस पुरूषों को डायबिटीज की जांच कराते रहना चाहिए। वहीं प्रोस्टेट कैंसर से बचने के लिए रेगुलर टेस्ट कराते रहें। हार्ट से जुड़ी प्रॉब्लम जल्दी डिटेक्ट करने के लिए कार्डियोलॉजिस्ट को दिखाएं। वहीं साल में दो बार डेंटिस्ट के पास जाएं