आमेट
भागवत कथा के पांचवें दिन : महाभारत की कथा सुनाते हुए ध्रुव की भक्ति का वृत्तांत सुनाया : पंडित कन्हैयालाल शर्मा
M. Ajnabee, Kishan paliwalM. Ajnabee, Kishan paliwal
आमेट. नगर के रेलवे स्टेशन जलदाय विभाग के सामने महाकालेश्वर महादेव मंदिर परिसर में चल रही, भागवत कथा के पांचवें दिन कथा वाचक पंडित कन्हैयालाल शर्मा ने भागवत कथा में महाभारत की कथा सुनाते हुए ध्रुव की भक्ति का वृत्तांत सुनाया और बताया कि हमें भी ध्रुव की तरह किसी भी कार्य में अटलता के साथ लग जाना चाहिए.
जब तक हमें सफलता न मिले गृहस्थी को भगवान की आरती किस प्रकार करनी चाहिए. इसके बारे में बताते हुए बताया कि गृहस्थी को सदैव पांच बत्तियो से भगवान की आरती करना चाहिए. क्योंकि हमारे पंच देवता मुख्य हैं. जिसमे गणेश, भवानी, शिव, विष्णु एवं ब्रह्मा ये पांचों ही मुख्य देवता है. ऐसा करने से पंच देवों की आरती एक साथ हो जाती है.
इसी प्रकार माता सती शिवशंकर राजादक्ष प्रजापति की कथा के पश्चात भगवान कृष्ण व कंस के जन्म की कथा को विस्तार से बताया देव की वासुदेव के विवाह के बाद कंस के वध की आकाशवाणी होने पर कंस ने वसुदेव देवकी को कारागृह में डाला वह अपने पिता उग्रसेन को ही कारागृह में डाला तब हमें अपने जीवन में कभी भी अपने माता-पिता का अनादर नहीं करना चाहिए. अगर माता-पिता का अनादर करते तो हमारे बच्चे हमारा भी अनादर करेंगे. क्योंकी बड़ों से ही सीख लेते हैं. कृष्ण एवं बलराम के पूर्व जन्म का वृतांत सुनाते हुए बताया कि पूर्व जन्म में कृष्ण और बलराम राम एवं लक्ष्मण का अवतार थे.
भागवत कथा में आज कृष्ण जन्मोत्सव का पूरा वृतांत सुनाया एवं कृष्ण जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया. कृष्ण जन्म के बाद माखन एवं पंजीरी का भोग लगाया गया. महिलाएं गोपियों के रूप में नृत्य लीलाएं की गई एवं कृष्ण जन्मोत्सव की झांकी सजाई गई.
इस दौरान जीतकंवर राठौड़, ललित वैष्णव, कमला आमेटा, कैलाश कंवर, शान्ता कंवर देवड़ा, मधु शर्मा, निर्मल शर्मा, चंदा कंवर, रूपाल कंवर, रेखा पंडया, जसवन्त सिंह राणा, हरिसिंह डूलावत, भेरूलाल जीनगर, सुमेरसिंह चुंडावत, चांदमल सेन, कोमल राठौड, प्रियंका कंवर, पूनम पंवार, राधेश्याम सिंह राठौड़, रमेश शर्मा, कल्याण सिंह सहित आसपास के कई नगरवासी महिला पुरुष मौजूद थे.