उत्तर प्रदेश

मेरठ के डॉक्टरों ने 6 साल पहले अवैध रूप से निकाली महिला की किडनी, FIR दर्ज

Pushplata
मेरठ के डॉक्टरों ने 6 साल पहले अवैध रूप से निकाली महिला की किडनी, FIR दर्ज
मेरठ के डॉक्टरों ने 6 साल पहले अवैध रूप से निकाली महिला की किडनी, FIR दर्ज

UP Kidney Fraud: यूपी के 6 डॉक्टरों पर किडनी निकालने का आरोप लगा। दरअसल मामला मेरठ का है जहां 6 डॉक्टरों के खिलाफ किडनी निकालने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई। एसीजेएम तृतीय की कोर्ट के आदेश पर नरसेना थाने में शुक्रवार को एफआईआर दर्ज कराई थी। 

2017 में हुई थी महिला की सर्जरी 

बुलंदशहर की कविता देवी 43 ने मई 2017 में खराब स्वास्थ्य के चलते का केएमसी अस्पताल में इलाज कराया था। महिला के मुताबिक डॉ सुनील गुप्ता ने उसे सर्जरी कराने की सलाह दी थी। कहा था कि इंटरनल ऑर्गन की सर्जरी करने से उनका स्वास्थ्य बेहतर हो जाएगा। महिला ने बताया कि सर्जरी के बाद मुझे यह कह कर डिस्चार्ज कर दिया गया कि मेरी दोनों किडनी स्वस्थ हैं।  

2022 में पता चला एक किडनी गायब 

सर्जरी के बाद भी महिला की तबीयत में सुधार नहीं था। मई 2022 में महिला ने अल्ट्रासाउंड कराया था। अल्ट्रासाउंड के बाद महिला को पता चला कि उसकी एक किडनी गायब है। इसके बाद महिला ने डॉ सुनील गुप्ता और उसके स्टाफ से सवाल किया तो उन लोगों ने उसे मेडिकल रिकॉर्ड खत्म करने की धमकी दी। साथ ही मेडिकल रिकॉर्ड फाड़ भी दिए। 

डॉक्टर ने आरोप बताया आधारहीन

डॉक्टर सुनील गुप्ता ने अवैध रूप से किडनी निकालने के आरोपों को आधारहीन कहा। डॉक्टर ने मीडिया से बातचीत में कहा “इन आरोपों में रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। मुझे पिछले 6 सालों से प्रताड़ित किया जा रहा है।”

इन डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

कोर्ट ने डॉ सुनील गुप्ता MS, डॉ अजय एन वत्स MD, डॉ सीमा वार्ष्णेय MD, डॉ प्रतिभा गुप्ता, डॉ निकिता जग्गी, डॉ सतीश कुमार अरोरा MBBS, और एक अज्ञात कर्मचारी के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया।

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News