उदयपुर
महर्षि उत्तम स्वामी : रोकड़िया हनुमान जी में भागवत कथा प्रारम्भ : भव्य शोभायात्रा निकाली गई
चन्द्र शेखर मेहताचन्द्र शेखर मेहता...✍️
प्रतापगढ़ : यदि आपको जीवन में दुख का अनुभव हो तो आप श्री राम और श्री कृष्ण के जीवन में आए दुखों को याद कर लेना. जितना कष्ट श्रीराम और श्रीकृष्ण ने जीवन में उठाया उतना तो आपने नहीं. श्रीराम और श्रीकृष्ण ने मनुष्य रूप में जगत का पथ प्रदर्शन किया है. वह हमारे आदर्श हैं. आज श्री रोकडिया हनुमान जी में भागवत कथा ज्ञान गंगा महोत्सव के प्रथम दिवस ध्यान योगी महामंडलेश्वर ईश्वरानंद उत्तम स्वामी जी महाराज ने अपने अमृत वचन कहे.
महर्षि ने आगे कहा जन्म लेकर तुम जब आते हो परमात्मा बनकर आते हो स निर्मल मन, बिना छल कपट अबोध रूप में और जब जाते हो तो क्या बनकर जाते हो. यह सोचो. उन्होंने कहा सदासेव्यम सदासेव्यम भागवत कथामृतम, श्रवण मात्रेन हरि चितम समाचरेत. भगवान शिव मां पार्वती को कहते हैं, उमा कहूं मैं अनुभव अपना सत्य हरि नाम जगत सब सपना मेरे भगवान नारायण का नाम ही सत्य है. बाकी सब माया है. महर्षि उत्तम स्वामी ने भागवत के प्रथम श्लोक सच्चिदानंद स्वरूपाय...से आज भागवत का प्रारंभ किया. कथा के प्राआरंभ में रोकडिया हनुमान जी मंदिर समिति के संरक्षक ओम प्रकाश ओझा ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में 12 वर्षों की कथा मंदिर, शिलान्यास, निर्माण और विकास तक की जानकारी दी.
प्रकाश व्यास ने बताया कि महर्षि उत्तम स्वामी जी की यहां यह पांचवी कथा है. प्रारंभ में भंवरलाल व्यास. पंकज जैन. लक्ष्मण सिंह. विक्रम सिंह चौहान, बगदी राम कुमावत, निखिल त्रिवेदी, रविसोनी, चन्द्र शेखर मेहता आदि ने गुरुदेव का पुष्प अर्पित कर पूजन कर आशीर्वाद लिया. सभा का संचालन प्रकाश व्यास ने किया. कथा के मुख्य यजमान विकास व्यास जगदीश व्यास एवं व्यास परिवार ने भागवत पोथी पूजन की.
प्रातः काल गांव झासड़ी में 1100 कलश के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई. जिसमें ढोल बैंड बाजे घोड़े बघी के साथ भक्तजन बड़े हर्ष और उल्लास के साथ नाचते गाते चल रहे थे. बग्गी में भागवत पोथी के साथ यजमान जगदीश व्यास और सिर पर भगवान कृष्ण की पालकी लेकर विकास व्यास और परिवार जन चल रहे थे. भोजन प्रसादी के यजमान कैलाश जैन रहे. कथा के प्रारंभ में जिला गुरू भक्त मंडल इंडिया पति मंदिर कमेटी तथा राजस्थान मध्य प्रदेश से आए गुरु भक्तों ने गुरुदेव का आशीर्वाद लिया. ससंगीतमय भागवत कथा मैं भजनों की प्रस्तुति के बाद मुख्य यजमान व्यास परिवार और भक्तजनों द्वारा आरती की गई.
कथा प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शुरू होकर दोपहर 1 बजे तक चलेगी. कथा में पहुंचने के लिए प्रातः 9 :15 बजे गांधी चौराहे से और वापसी में झासडी से बस की व्यवस्था मन्दिर समिति द्वारा की गई है.