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Karnataka Election Result 2023: कर्नाटक चुनाव को लेकर वोटों की गिनती शुरू, जानिए अब तक की प्रमुख बातें
PushplataKarnataka Vidhan Sabha Chunav 2023 Results: कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू हो चुकी है। वोटों की गिनती राज्य के 36 सेंटर में सुबह 8 बजे शुरू हुई। चुनाव आयोग के अनुसार, हार-जीत की पूरी तस्वीर दोपहर दो तक साफ हो जाएगी। अधिकतर एग्जिट पोल में कांग्रेस की जीत बताई गई है।
जानिए कर्नाटक चुनाव से जुड़ी अब तक की प्रमुख बातें-
- कर्नाटक में सुबह आठ बजे से 36 केंद्रों में मतगणना शुरू हो चुकी है। चुनाव अधिकारियों को परिणाम के बारे में एक स्पष्ट तस्वीर दोपहर तक सामने आने की उम्मीद है। राज्य में विशेषकर मतगणना केंद्रों के अंदर और आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
- कर्नाटक की 224 सीटों पर इस बार 10 मई को सिंगल फेज में 73.19 फीसदी वोटिंग हुई है। इस बार कर्नाटक में 2018 के चुनाव से 1 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई। पिछले 2018 विधानसभा चुनाव में 72.36 प्रतिशत मतदान हुआ था।
- कर्नाटक पहली बार 94 हजार से ज्यादा सीनियर सिटिज्न्स और दिव्यांगजनों ने घर से मतदान किया। कर्नाटक की 224 सीटों पर 2614 उम्मीदवार मैदान में थे।
- पीएम मोदी के चुनाव प्रचार के दम पर बीजेपी का सत्ता में फिर से वापसी करना है। वहीं कांग्रेस इस जीत को आगामी 2024 लोकसभा चुनावों में प्राथमिक विपक्षी दावेदार के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने की तरह देख रही है।
- राज्य में JDS एक बार फिर से किंगमेकर की भूमिका में नजर आ सकती है।10 में से 5 पांच एग्जिट पोल हंग असेंबली की भविष्यवाणी कर रहे हैं। यानी बिना JDS की मदद के सरकार नहीं बन सकती। पोल ऑफ पोल्स में बीजेपी को 91, कांग्रेस 108, JDS 22 और अन्य को 3 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है।
- कर्नाटक में 5.31 करोड़ मतदाता और 2615 प्रत्याशी हैं। इस बार भाजाप के लिए पीएम मोदी समेत पार्टी के बड़े नेताओं ने साढ़े चार सौ से ज्यादा रैलियां की। 100 से ज्यादा रोड शो भी किए। वहीं, राहुल, प्रियंका और सोनिया गांधी ने 31 से ज्यादा सभाएं की।
- यहां यह भी बात देखने वाली होगी कि त्रिशंकु जनादेश की स्थिति में क्या सरकार बनाने की चाबी पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जद (एस) के पास होगी?
- आम आदमी पार्टी ने भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इसके अलावा कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में कुछ छोटे दल भी मैदान में थे। यह भी कर्नाटक में कुछ हासिल करने की उम्मीद लगाए हैं।
- इस चुनाव में राज्य के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई, कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और डी के शिवकुमार तथा जद (एस) के एच डी कुमारस्वामी सहित कई अन्य बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
- कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने जनता को लुभाने के लिए कई तरह के वादे और दावे किए हैं। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने अपने चुनावी भाषण में कई बार मुस्लिमों के 4 प्रतिशत आरक्षण को खत्म करने का जिक्र किया है तो वहीं कांग्रेस ने सत्ता में आने पर बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही है।