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BCCI का कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिप्पणी से किनारा, बोले - इससे हम निपट लेंगे, BCCI पर छोड़ दीजिए
Paliwalwani
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर टिप्प्णी करने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि इस मामले से बीसीसीआई निपट लेगा। टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने 15 दिसंबर 2021 को यह कहकर भारतीय क्रिकेट में तूफान ला दिया था कि जब उन्होंने टी20 की कप्तानी छोड़ी थी, तब उनसे किसी ने भी इस पर पुनर्विचार करने के लिए नहीं कहा था। इससे पहले सौरव गांगुली ने कहा था कि उन्होंने कोहली से टी20 टीम की कप्तानी नहीं छोड़ने का आग्रह किया गया था।
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रवाना होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कोहली ने कहा था कि जब उन्होंने टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने के अपने इरादे के बारे में बताया तो उन्हें कभी कप्तान बने रहने के लिए नहीं कहा गया। यह गांगुली के कुछ दिन पहले दिए गए बयान के बिलकुल विपरीत था जिन्होंने कहा था कि कोहली को आग्रह किया गया था कि वह पद नहीं छोड़ें।
सौरव गांगुली ने गुरुवार यानी 16 दिसंबर 2021 को कोलकाता में मीडियाकर्मियों से कहा, ‘कोई बयान, प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं। हम इससे निपट लेंगे, यह सब बीसीसीआई पर छोड़ दीजिए।’
ऐसी चर्चा थी कि बीसीसीआई ने कोहली की विस्फोटक प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा को मीडिया को संबोधित करने को कहा था, लेकिन अंतत: बोर्ड ने कोई बयानबाजी नहीं की।
बुधवार को कोहली के बयान से खेल प्रशासकों के साथ उनका तनाव उभरकर सामने आया था। कोहली ने गांगुली के बयान के संदर्भ में कहा था, ‘जो फैसला किया गया, उसे लेकर जो भी संवाद हुआ, उसके बारे में जो भी कहा गया वह गलत है।’
विराट कोहली ने कहा, ‘जब मैंने टी20 कप्तानी छोड़ी तो मैंने पहले बीसीसीआई से संपर्क किया। मैंने उन्हें अपने फैसले के बारे में बताया। मैंने बोर्ड के पदाधिकारियों के सामने अपना नजरिया रखा।’
भारतीय कप्तान ने गांगुली के कुछ दिन पहले के बयान से बिलकुल विपरीत जानकारी देते हुए कहा, ‘मैंने कारण बताए कि आखिर क्यों मैं टी20 कप्तानी छोड़ना चाहता हूं। मेरे नजरिए को अच्छी तरह समझा गया। कुछ गलत नहीं था, कोई हिचक नहीं थी और एक बार भी नहीं कहा गया कि आपको टी20 कप्तानी नहीं छोड़नी चाहिए।’
इससे पहले सौरव गांगुली ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा था कि कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने पर पुनर्विचार नहीं करने के कारण चयनकर्ताओं को सीमित ओवर फॉर्मेट में रोहित शर्मा को एकमात्र कप्तान बनाना पड़ा, क्योंकि सफेद गेंद क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान होने से नेतृत्वक्षमता का टकराव हो सकता था।