राजस्थान

प्रदीप मिश्रा की 5 जुलाई से शुरू होने वाली शिव पुराण कथा की व्यवस्थाओं को लेकर चिंताएं : पासेज की मारा मारी

S.P.MITTAL BLOGGER
प्रदीप मिश्रा की 5 जुलाई से शुरू होने वाली शिव पुराण कथा की व्यवस्थाओं को लेकर चिंताएं : पासेज की मारा मारी
प्रदीप मिश्रा की 5 जुलाई से शुरू होने वाली शिव पुराण कथा की व्यवस्थाओं को लेकर चिंताएं : पासेज की मारा मारी

75 हजार श्रद्धालुओं के लिए एक फायर बिग्रेड, 2 एंबुलेंस और 10 मोबाइल शौचालय के इंतजाम

कथा को सुनने के लिए 10 जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी आएंगे। सीएम गहलोत भी आ सकते हैं

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अजमेर : 

हिन्दुओं के तीर्थ स्थल पुष्कर में पांच से ग्यारह जुलाई तक सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा शिव पुराण का वाचन करेंगे। अनुमान है कि शिव पुराण सुनने के लिए 75 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन आएंगे। लेकिन इन श्रद्धालुओं और कथा के लिए जो इंतजाम किए जाने हैं वे पर्याप्त नहीं है। अब जब कथा शुरू होने में मात्र दो दिन शेष हैं। तब प्रशासन का कहना है कि एक फायर बिग्रेड, दो एंबुलेंस और 10 मोबाइल शौचालयों का इंतजाम कर लिया गया है।

सवाल उठता है कि क्या इन व्यवस्थाओं से सात  दिनों तक 75 हजार श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध करवा दी जाएंगी। पुष्कर के एसडीएम निखिल कुमार पोद्दार का कहना है कि कथा का आयोजन निजी स्तर पर हो रहा है, इसलिए श्रद्धालुओं की अधिकांश व्यवस्थाएं आयोजकों को ही करनी है। चूंकि कथा में श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी। इसलिए पुष्कर के भाजपा विधायक सुरेश रावत और आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ भी आयोजकों की भूमिका में शामिल हो गए हैं।

पुष्कर के मेला मैदान पर होने वाली कथा के संबंध में विधायक रावत ने कहा कि उनकी पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट से बात हो गई है। इस कथा के लिए पुलिस की वैसी ही व्यवस्था होगी जैसी पुष्कर मेले के समय होती है। एसपी ने विधायक रावत को भरोसा दिलाया है कि कथा में कानून व्यवस्था के माकूल इंतजाम होंगे। कांग्रेस की ओर से आरटीडीसी के अध्यक्ष राठौड़ सक्रिय हैं इसलिए उन्होंने भी आयोजकों को भरोसा दिलाया है कि सभी इंतजाम कथा से पूर्व करवा दिए जाएंगे। जानकारों के अनुसार राठौड़ चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक दिन पुष्कर आकर कथा सुने। सूत्रों के अनुसार दस जुलाई को लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला का पुष्कर आना तय हो गया है।

पास को लेकर मारा-मारी :

पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के लिए पासेज की भी मारा-मारी है। जिस तरह से वीआईपी पास की मांग हो रही है, उसे देखते हुए आयोजकों ने पास का सिस्टम की समाप्त कर दिया है। आयोजकों की ओर से कहा गया है कि अब किसी को भी वीआईपी पास नहीं मिलेगा। अलबत्ता व्यवस्थाओं में लगे कार्यकर्ताओं को परिचय पत्र दिया जाएगा। इस कथा के मुख्य यज्ञमान अजमेर के कारोबारी अमित खंडेलवाल हैं।

अपनी माता जी की इच्छा को पूरा करने के लिए अमित खंडेलवाल इस कथा को करवा रहे हैं। चूंकि अमित वैश्य समाज से जुड़े हुए हैं, इसलिए वैश्य समाज भी सहयोग कर रहा है। लेकिन कथा की व्यवस्था को लेकर जो दबाव बना है, उससे अब अमित खंडेलवाल का परिवार भी परेशानी महसूस कर रहा है। पुष्कर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष कमल पाठक ने भी दावा किया है कि कथा की व्यवस्थाएं सुचारू होंगी। वहीं ऐसे धार्मिक आयोजनों के जानकारों का मानना है कि इतनी बड़ी कथा के लिए जो व्यवस्थाएं की जानी है, वे नहीं हो पा रही है।

हालांकि आयोजकों ने अपनी ओर से वाटरप्रूफ पंडाल बनाया है और श्रद्धालुओं के लिए कूलर पंखे आदि भी लगाए गए हैं। इतना ही नहीं पांडाल के भर जाने के बाद बाहर एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही है ताकि श्रद्धालु कथा सुन सके। 

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