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कोरोना वायरस : 45 दिनों से कोमा पेसेन्ट को दी गयी "वियाग्रा," गोली के डोज से फ़ौरन उठ बैठी
Paliwalwaniकोरोना वायरस की तीसरी लहर के आसार बनना शुरू हो गए हैं। हर साल एक नया वेरिएन्ट आ जाता है जिस पर दवाएं बेअसर हो जाती है। ऐसे में डॉक्टर्स दवाओं में भी नए प्रयोग कर रहे हैं। अब इंग्लैंड के गेंसबरो लिंकनशायर की इस घटना को ही ले लीजिए। यहां एक महिला कोरोना के चलते कोमा में चली गई। वह 45 दिनों से कोमा में थी। लेकिन डॉक्टरों ने जैसे ही उन्हें सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवा वियाग्रा (Viagra) दी तो वह होश में आ गई। तो आखिर ऐसा कैसे हुआ? चलिए इस हैरान करने वाले वाक्ये को विस्तार से जानते हैं।
45 दिनों से कोमा में थी नर्स
मोनिका अल्मेडा (Monica Almeida) नाम की एक महिला अस्पताल में नर्स है। 37 साल की मोनिका अस्पताल में कोरोना मरीजों की देखरेख करती थी। इसी दौरान वह अक्टूबर माह में कोरोना की चपेट में आ गई। इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में एडमिट किया गया था। फिर 16 नवंबर को वह कोमा में चली गई। उनके इलाज में कोई भी दवा काम नहीं आ रही थी।
वियाग्रा देने पर कोमा से बाहर आई
जब अस्पताल की हर दवा ने जवाब दे दिया तो मोनिका को सेक्स पॉवर बढ़ाने वाला वियाग्रा दिया गया। इस गोली के हेवी डोज देने पर वह होश में आ गई। वियाग्रा से इलाज का आइडिया उनके ही एक साथी कर्मचारी का था। कोरोना होने के बाद मोनिका को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वह अस्थमा की मरीज भी थी। उनका ऑक्सीज़न लेवल भी लो हो रहा था। हालांकि वियाग्रा से उनकी हालत में सुधार आ गया।
इसलिए वियाग्रा ने किया कमाल
वियाग्रा इंसान की सेक्स पॉवर बढ़ाने के अलावा ब्लड प्रेशर को बेहतर बनाने में भी मददगार साबित होता है। वियाग्रा ने महिला के फेफड़ों में फोस्पोडायस्टेरियस एंजाइम बनाकर फेंफड़ो को आराम पहुंचाया। इससे महिला का ऑक्सीज़न लेवल ठीक हो गया। इस तरह उनकी जान बच गई। मोनिका अब पूरी तरह से ठीक है। हालांकि डॉक्टरों ने उन्हें अभी भी अपनी निगरानी में रखा हुआ है। उन्हें होश में लाने के लिए डॉक्टरों ने इरेक्टाइल डिसफंक्शन की दवा का इस्तेमाल भी किया था।
साथियों को कहा धन्यवाद
मोनिका अल्मेडा को वियाग्रा देने का आइडिया उनके साथियों का ही था। जब मोनिका को ये बात पता चली तो उन्होंने सभी को दिल से धन्यवाद कहा। इस अनोखे प्रयोग से आज उनकी जान बच सकी।
वैसे मोनिका बड़ी लक्की थी जो वियाग्रा ने उन्हें ठीक कर दिया और उन्हें समय पर दवाओं का सही प्रयोग मिल गया। लेकिन आपकी किस्मत भी ऐसी ही हो ये जरूरी नहीं है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप कोरोना से जुड़े सभी नियमों का पालन करें और वैक्सीन के दोनों डोज़ भी लगवा ले।