मध्य प्रदेश
भाजपा से कांग्रेस में आने की ऐसी होड़ मची : माया सिंह के एक प्रस्तावक पंकज पालीवाल व भाजपा नेता चंदू कांग्रेस में शामिल
Paliwalwaniभाजपा को लग रहा है, झटके पर झटका
भाजपा से कांग्रेस में आने की ऐसी भगदड़ क्या मची है कि आज भाजपा पूर्व की प्रत्याशी माया सिंह के एक नामांकन फार्म के प्रस्तावक व ऊर्जावान भाजपा नेता एडवोकेट पंकज पालीवाल कांग्रेस में शामिल हो गए. आश्चर्य की बात है कि वह भी पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी व विधायक डॉ. सतीश सिकरवार के समक्ष.
पंकज पालीवाल के साथ ही भाजपा ग्वालियर के एक बड़े भाजपा नेता भी चंद्रप्रकाश गुप्ता (चंदू) भी कांग्रेस में शामिल होने के बाद कयास यह भी लगाए जा रहे है, कहीं भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में लाकर मूल भाजपा की छवि धूमिल तो नहीं कर दी. जो संगठन सिंधिया घराने पर हमेशा आरोप लगता रहा वहां संगठन आज सिंधिया के आगे पूरी तरहा विवश हो गया.
ज्ञांतव्य है कि चंद्रप्रकाश गुप्ता व पंकज पालीवाल 35-35 साल पुराने भाजपा कार्यकर्ता रहे है और पार्टी में मूल भाजपाइयों की उपेक्षा से बेहद क्षुब्ध थे. चंदू गुप्ता व पंकज पालीवाल के साथ भाजपा नेत्री सीमा शर्मा व अन्य 40 भाजपाई भी कांग्रेस में शामिल हुये हैं. इन कार्यकर्ताओं को भाजपा की रीढ़ माना जाता है.
अब भाजपा जे हो गई है : चंदू व पालीवल
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व कई भाजपा प्रत्याशियों के चुनाव संचालक रहे, चंद्रप्रकाश गुप्ता व पंकज पालीवाल का कहना है कि अब मूल भाजपा जे (ज्योतिरादित्य) बन गई हैं. इसमे वरिष्ठ व मूल कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं है. हमने पूरी जिंदगी भाजपा में बिता दी. अब हमें ही इग्नोर किया जा रहा हैं. हम निष्ठावान कार्यकर्ता रहे हैं और पार्टी के सम्मान के लिये काम किया हैं. अब हम नई पारी की शुरूआत कांग्रेस में करेंगे.
चंदू गुप्ता व पंकज पालीवाल सहित अन्य भाजपाईयों के कांग्रेस में आने पर विधायक डॉ. सतीश सिकरवार ने स्वागत किया हैं. उन्होंने कहा कांग्रेस सभी की पार्टी है और सभी का सम्मान करती हैं. सूत्रों की बात पर यकिन करे तो भाजपा को ग्वालियर संभाग में भारी नुकसान होना बताया जा रहा हैं, उसके साथ-साथ मालवा संभाग में भी उधार के सिंदूर से जनता में भारी रोष छाया हुआ है, वहीं घोषणावीर मामा पर कई भष्ट्रचार के आरोप कांग्रेस लगा चुकी है. सत्य बात यह भी है कि प्रधान मंत्री भी शिवराज सिंह के कामकाज पर वोट नहीं मांग रहे, बल्कि कहा रहे है कि कमल का फूल पर मोहर लगाकर मोदी सरकार के हाथ मजबूत करें, वहीं गृहमंत्री अमित शाह भी कहा रहे है कि डबल इंजन की सरकार को एक बार फिर मौका दो.