जयपुर
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे को उकसाया
S.P.MITTAL BLOGGER
राजे को राजनीतिक ईमानदारी दिखाते हुए ईआरसीपी पर सच्चाई बतानी चाहिए...!
जयपुर.
झालावाड़ की पेयजल समस्या पर नाराजगी दिखाकर सुर्खियों में आई राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे को अब कांग्रेस के नेता व पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने उकसाने का काम किया है।
11 अप्रैल 2025 को जयपुर में ज्योतिबा फुले जयंती पर प्रतिमा को माल्यार्पण के बाद मीडिया से संवाद करते हुए गहलोत ने कहा कि पूर्व सीएम राजे को सिर्फ झालावाड़ तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। उन्हें प्रदेश भर की पेयजल की समस्या पर नाराजगी दिखानी चाहिए। गहलोत ने कहा कि वसुंधरा राजे राजनीतिक ईमानदारी दिखाते हुए ईआरसीपी पर सच्चाई को सामने रखे।
राजे को यह बताना चाहिए कि ईआरसीपी को लेकर उन्होंने अपने कार्यकाल में जो योजना बनाई और अब भाजपा की सरकार ने जो योजना मंजूर की है, उसमें क्या फर्क है। गहलोत ने कहा कि वसुंधरा राजे के बाद वे ही मुख्यमंत्री बने और उन्होंने राजे वाली योजना को ही आगे बढ़ाया। यानी ईआरसीपी को लेकर वसुंधरा राजे ने जो योजना बनाई थी, उसे ही मेरी सरकार ने मंजूर किया। मौजूदा भाजपा सरकार का दावा है कि नई ईआरसीपी की योजनाएं पहले से बेहतर है।
गहलोत ने कहा कि अब राजे को ही बताना चाहिए कि कौन सी योजना प्रदेश के हित में है। राजे यदि सच्चाई को सामने रखती है तो पुरानी और नई योजना की हकीकत सामने आ जाएगी। गहलोत ने कहा कि मेरी सरकार ने 13 जिलों की पेयजल समस्या के समाधान के लिए ईआरसीपी की जो योजना बनाई वह प्रदेश हित थी।
मेरी योजना से ज्यादा लोगों को पानी उपलब्ध होता। उल्लेखनीय है कि वसुंधरा राजे ने हाल ही के झालावाड़ दौरे में पेयजल समस्या को लेकर जलदाय विभाग के इंजीनियरों को फटकार लगाई थी। राजे झालावाड़ से विधायक है तथा उनके पुत्र दुष्यंत सिंह झालावाड़ के सांसद हैं। फोटो फाईल कापी
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