जयपुर
इंदिरा गांधी ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राण त्याग दिए : अशोक गहलोत
paliwalwani
जयपुर. अशोक गहलोत ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राण त्याग दिए। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भावुक श्रद्धांजलि दी । गहलोत ने वर्तमान सत्ताधारी पार्टी (भाजपा) पर देश के इतिहास को ‘तोड़-मरोड़ कर पेश करने’ का आरोप लगाया।
गहलोत ने इंदिरा गांधी को ‘महान नेता’ बताया, जिनका नाम देश और दुनिया के इतिहास में अमिट है। गहलोत ने कहा कि इंदिरा गांधी ने जिस प्रकार देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राण त्याग दिए और देश के लिए शहीद हो गईं, उन्हें देश कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने इंदिरा गांधी के सबसे बड़े ऐतिहासिक फैसले का जिक्र किया: “वह एक महान नेता थीं जिसने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए, उपमहाद्वीप का भूगोल बदल दिया और बांग्लादेश का निर्माण कर दिया।”
गहलोत ने 1971 के युद्ध की ऐतिहासिक जीत को याद करते हुए कहा कि 90,000 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों, कर्नलों और जनरलों को सरेंडर करवाकर हिंदुस्तान लाना दुनिया के इतिहास में कभी संभव नहीं हुआ। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा करते हुए बताया कि उन्हें उस समय बांग्लादेश सीमा पर जाने का सौभाग्य मिला था, जहां एक करोड़ शरणार्थी भारत आ गए थे, और उनकी सेवा करने का अवसर मिला था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी को ‘देश के गरीबों की मसीहा’ के रूप में याद किया, जिन्होंने ‘गरीबी हटाओ’ का नारा देकर देश के गरीबों के बीच अपनी पहचान बनाई। वर्तमान राजनीति पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि आज नई पीढ़ी को यह समझना आवश्यक है कि सत्ता में बैठे हुए लोगों का लोकतंत्र में कोई यकीन नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ध्रुवीकरण करके, जाति और धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है।
उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह चुनाव तो जीता जा सकता है, लेकिन देश को एक और अखंड रखने की भूमिका हमेशा ‘क्वेश्चन मार्क’ रहेगी। गहलोत ने भाजपा को संविधान की मूल भावना के साथ शासन करने की सलाह दी और कहा कि संविधान को आधार बनाकर शासन करने पर ध्रुवीकरण की बात नहीं हो सकती।
गहलोत ने नई पीढ़ी को इंदिरा गांधी की विरासत से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “जिस प्रकार इतिहास को ये कमजोर करना चाहते हैं, तोड़ रहे हैं, मरोड़ रहे हैं बीजेपी वाले, यह खतरनाक खेल है।” उन्होंने संकल्प लिया कि कांग्रेस कार्यकर्ता इंदिरा गांधी और कांग्रेस की नीतियों, सिद्धांतों और कार्यक्रमों को नई पीढ़ी तक पहुंचाएंगे, ताकि उन्हें आजादी के आंदोलन के ‘सुनहरे इतिहास’ और त्याग-बलिदान के बारे में मालूम पड़े।





