निवेश
Retirement Planning Ideas : रिटायरमेंट के बाद चाहते हैं खुशहाल जिंदगी, भविष्य में न हो समस्या, इसके लिए दो बातों का रखें ध्यान
Pushplataहर किसी का सपना होता है कि उसे रिटायरमेंट के बाद आर्थिक रूप से उसकाजीवन सुरक्षित हो। लेकिन इसे लेकर प्लानिंग करना एक बड़ी समस्या खड़ी कर देती है। अगर आप भी इसी समस्या से जूझ रहे हैं तो आज हम आपकी समस्या दूर करने वाले हैं। एक्सपर्ट्स से जानने की कोशिश करते हैं कि रिटायरमेंट के बाद बेहतर ज़िंदगी के लिए किन दो बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
भविष्य में न हो समस्या, इसके लिए दो बातों का रखें ध्यान
अगर आप रिटायर हो चुके हैं या रिटायरमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको कई तरह की समस्याएं आती हैं। कई लोग इसे अहमियत नहीं देते हैं। वो इसलिए क्योंकि जितनी जल्दी आप अपने रिटायरमेंट की तैयारी करेंगे। उतना ही आपके लिए अच्छा होगा।
प्लानिंग पर निर्भर करेगी रिटायरमेंट की जिंदगी
सारी जिंदगी कमाने में निकल जाती है पर क्या आपने अपने रिटायरमेंट को लेकर प्लानिंग की है। हालांकि कुछ लोग सोचते हैं कि रिटायरमेंट प्लानिंग पर उन्हें करना चाहिए। जिनका रिटायरमेंट करीब हो या जिनकी उम्र साठ साल के आसपास हो। तो आपको भी अपनी रिटायरमेंट के बारे में अभी से सोचना होगा। आपकी प्लानिंग पर ही रिटायरमेंट की खुशहाली निर्भर करती है।
फाइनेंशियल विशेषज्ञों की मानें तो रिटायरमेंट के बाद बेहतर ज़िंदगी के लिए दो बातों का ध्यान रखना जरूरी है
1 – रिटायरमेंट के लिए निवेश और योजना बनाना।
2 — रिटायरमेंट फंड से एफिशिएंट विड्रॉल प्लानिंग।
निवेश और रिटायरमेंट प्लानिंग
एक बेहतर भविष्य के लिए जरूरी है कि अपनी रिटायरमेंट के लिए कम उम्र से ही निवेश और बचत की आदत डाल लें। बेहतर होगा कि आप जब पैसा कमाना शुरू करते हैं तो तभी से बचत भी शुरू कर दें। विशेषज्ञों की मानें तो छोटा—छोटा निवेश आपको एक समय बाद बड़ा फंड तैयार करके दे सकता है। “निवेश करते समय आपको महंगाई के आधार पर रिटायरमेंट के समय के अपने खर्चों (इन्फ्लेशन-एडजस्टेड) को लेकर हिसाब बना लेना चाहिए। हालांकि रिटायरमेंट के करीब आने पर आप अपनी लाइफ स्टाइल को व्यवस्थित करने के लिए जरूरी खर्चों के आधार पर महंगाई का सही अनुमान लगा सकते हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञोंं की मानें तो अभी और आज से 20 साल बाद की महंगाई में कई गुना अंतर होगा। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग करते समय महंगाई पर विचार अवश्य कर लें। उदाहरण के लिए मई 2022 में भारत की वार्षिक मुद्रास्फीति दर 7.04 प्रतिशत थी। इस हिसाब से प्लान बनाने के लिए आप हिस्टोरिकल नंबर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। साल बीतने के साथ ही इसे संशोधन करते रहें। साथ ही आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि आप जहां पैसा लगा रहे हैं उससे जो रिटर्न मिलेगा। वह आने वाले समय के अनुसार रहेगा या नहीं। यानि आने वाली स्थिति में महंगाई के अनुसा वो आपकी मदद कर पाएगा या नहीं।
होगा रिटायरमेंट, तो कैसी होगी फंड से विड्रॉल की प्लानिंग
आपको बता दें आप जो भी निवेश करते हैं तो उस निवेश या इंवेस्टमेंट फंउ का अंतिम लक्ष्य रिटायर के समय आपको रेगुलर इनकम प्रदान के रूप में साथ देता है। हालांकि, ये फंड किस दर पर विड्रॉल किया जाए। इस बात को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। आपको बता दें विड्रॉल रेट सीधे तौर पर आपकी इनकम रिक्वायरमेंट से जुड़ी होती है। आपको बता दें सामान्य तौर पर 4 फीसदी विड्रॉल रेट को एक एवरेज रेट माना जाता है। मार्केट की भाषा में इसे रिटायरमेंट का 4 प्रतिशत नियम भी कहते हैं।
सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान को रखना होगा ध्यान
सबसे बड़ी ध्यान रखने वाली बात ये है कि आप एक सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP) का विकल्प भी चुन सकते हैं। जिससे आप अपने रिटायरमेंट कोष से पैसा निकालने का एक कुशल तरीका सुनिश्चित कर सकें। Retirement Planning Tips इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि आप lifestyle news इससे न केवल रेगुलर इनकम ले सकते हैं बल्कि आपका बचा हुआ फंड कहीं निवेश भी कर सकते हैं। इससे आपका पैसा भी सेफ रहेगा साथ ही ये आपको रिटर्न भी देता रहेगा। आपको अपने रिटायरमेंट के बाद के होने वाले खर्चों को ध्यान में रखना होगा। ताकि आगे जाकर किसी भी प्रकार की समस्या न हो। किसी तरह की दिक्कत से बचने के लिए विड्रॉल रेट पर सही निर्णय लेना चाहिए।