इंदौर
शराबी निगमकर्मी कौन ? : एमआईसी मेंबर और महापौर के गृह क्षेत्र के निगम के झोनल कार्यालय में खुलेआम शराबखोरी
Paliwalwani
"ना जांच की बात ना कार्रवाही का आश्वासन सिर्फ दिखवाने की बात... मामले पर लीपापोती जैसा - जवाब"
देशी -विदेशी शराब की बोतले झोनल कार्यालय पर खुलेआम दिनभर पड़ी रही मीडिया के हस्तक्षेप के बाद कुछ निगमकर्मियो ने हटाई
एक या दो नहीं बल्कि 10 से 14 बाटल शराब की परिसर में आई नजर जो कि निगमकर्मियों की ग्रुप पार्टी की और इशारा कर रही थी
सोनू पवार
इन्दौर :
झूम बराबर झूम शराबी गाने की तरह हवा बंगला झोनल कार्यालय पर शराब के जाम जमकर सोमवार को झलके हालाकि शराबी निगमकर्मी कौन थे, और किस विभाग से थे ये अभी तक साफ नहीं हुआ लेकिन शराब की बोतलों ने शराब पार्टी झोनल कार्यालय पर होने का खुलासा कर दिया...कल शाम को इन्दौर मेट्रो की टीम को मामले की जानकारी लगी की झोन पर शराब की बोतले पड़ी हैं,जो एक या दो नहीं बल्कि कई सारी हैं,ये देखने के लिए टीम ने पूरे झोनल कार्यालय का निरीक्षण किया.
इस दौरान कई शराब की बोतले तो एनआरवाय विभाग के पास तो कुछ स्वास्थ्य विभाग के पास नजर आई इस पर जब कुछ निगमकर्मियों से इसको लेकर जानकारी ली तो कुछ ने तो पता नहीं हैं,कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया तो कुछ ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा पार्टी करने की बात कही और फिर पार्टी कर बोतले यहां छोडने का कह डाला अब भी कोई भी विभाग का कर्मचारी अपने ऊपर इसको रोकने की जिम्मेदारी नहीं ले रहा हैं.
हां शराबी निगमकर्मी जरूर अपना काम यहां शराब पीकर ईमानदारी से कर रहे हैं,नाम ना लेने पर झोन के ही एक और कर्मचारी ने बताया कि झोन के ही कुछ कर्मचारियों ने कल यहां पर शराब पार्टी की ये वैसे कोई नहीं बात नहीं हैं...आए दिन इस तरह की पार्टी यहां होती रहती हैं,केवल दिन के समय ही नहीं रात में भी यहां आए दिन शराब पार्टी होती रहती हैं। हालांकि वो शराबी निगमकर्मी कौन हैं...
इसको लेकर कुछ नहीं बोला और ना ही कुछ इसकी जानकारी सामने आई हैं,कहां लेकिन उनकी झोन के कार्यालय में खुलेआम शराब की बोतले उनकी पार्टी की गवाह बन रही हैं...बोतले भी एक या दो नहीं बल्कि कई सारी जो कि एक या दो निगमकर्मी के नहीं पूरे ग्रुप की पार्टी होने की और इशारा कर रही हैं। इधर इस पूरे मामले में झोनल अधिकारी सतीश गुप्ता का कहना हैं,कि स्वास्थ्य विभाग वालों से पूछना पड़ेगा वहीं बता पाएगे झोनल अधिकारी गुप्ता का ये कहना ही काफी कुछ और एक तरह से कह सकते हैं, बहुत कुछ साफ -साफ इशारा कर रहा हैं। इस संदर्भ में गुप्ता से जब आगे पूछा कि सर आप झोनल अधिकारी हैं,आपके झोन पर इस तरह से हो रहा हैं। तो कहां की आप ने बताया हैं,में दिखवा लेता हैं...
जानकारी निकालना पड़ेगी। ऐसे में उनकी कार्यशैली भी सवालों के घेरे में नजर आ रही हैं। अब -देखने वाली बात ये होगी की मामले को दिखवाने का कहने वाले झोनल अधिकारी कितनी जल्दी और कब-तक इस पूरे मामले को दिखवाते हैं। और इस मामले में जिम्मेदार निमगकर्मियों पर कार्रवाही करते हैं। फिलहाल तो ये पूरा मामला ही दिखवाने की बात पर जाकर रूक गया हैं। दूसरी और ये झोन इस लिए भी खास हो जाता हैं...कि एक और तो ये महापौर के गृह क्षेत्र में हैं,दूसरा एमआईसी मेंबर राकेश जैन के गृह क्षेत्र में भी बावजूद इसके यहां खुलेआम शराबखोरी को बढ़ावा मिलना इनके गृह क्षेत्र में काफी सवाल खड़े करता हैं। ऐसे में इन दोनों ही नेताओं की भी जवाबदारी बनती हैं...
की अपने गृह क्षेत्र के झोनल कार्यालय मे जारी इस शराबखोरी पर जोर देकर अफसरों को रोकने के निर्देश दे ताकि इस तरह से सरकारी कार्यालय में ड्युटी के समय तो काम हो शराबखोरी नहीं और जनता का काम भी आसानी से हो सके जो कि शराबी निगमकर्मियों के नशे में रहते तो संभव नहीं हैं। आपको बता दें कि इससे पहले भी द्रविड़ नगर झोन पर भी शराब की बोतले मिली थी।
हालाकि उस दौरान जरूर मामले को दबा दिया गया था ,लेकिन इसकी चर्चा भी खुब अन्य झोनल कार्यालयों पर जोर पकड़ती उस दौरान दिखी थी। ऐसे में अब हवा बंगला झोन पर भी द्रविड़ नगर झोन की तरह ही शराब की बोतले मिलना कही ना कही झोनल कार्यालयों पर शराब खोरी आम होनी की बात को पुख्ता करता हैं... वैसे आप सोच रहे होगे इसमे कोन सी गलत बात हैं,पर आपको बता दैं,कि गलत ये हैं,कि एक तो सरकारी कार्यालय और आम -जनता की आवाजाही वाली जगह व ड्युटी के दौरान शराब पीना गलत हैं...और गैरकानूनी भी हैं।
IndoreMetro✍️
मो.नं.9111101599