इंदौर

पालीवाल प्रतिभा : श्री पीयूष बागोरा की कड़ी तपस्या और संघर्ष के बाद भारत की नंबर वन आईटी कंपनी टीसीएस में चयन

संगीता पालीवाल-संगीता जोशी
पालीवाल प्रतिभा : श्री पीयूष बागोरा की कड़ी तपस्या और संघर्ष के बाद भारत की नंबर वन आईटी कंपनी टीसीएस में चयन
पालीवाल प्रतिभा : श्री पीयूष बागोरा की कड़ी तपस्या और संघर्ष के बाद भारत की नंबर वन आईटी कंपनी टीसीएस में चयन

’इंदौर : (संगीता पालीवाल-संगीता जोशी...) हर हसीन पल...हर किसी के नसीब में नहीं होता या तो लड़ के छिनना पड़ता या फिर शिक्षा के मुकाम पर पहुंचकर हासिल करना पड़ता...उसी को सुनहरे पल...का अवसर कहते है. लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती...कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती....कहावत को चरितार्थ करते हुए अपनी मेहनत और काबिलियत के बल से उसने साबित कर दिखाया है कि हौंसले बुलंद होतो...हर पल अपना हैं. एक ऐसा ही आदर्श उदाहरण पालीवाल ब्राह्मण समाज के युवा श्री पियूष पिता मुकेश बागोरा ने कर दिखाया. 

पालीवाल ब्राह्मण समाज 44 श्रेणी इंदौर के सक्रिय समाजसेवक श्री मुकेश पिता भूरालाल जी बागोरा (ग्राम. ढेलाणा) के सुपौत्र श्री पीयूष बागोरा ने असफलताओं के बाद कड़े संघर्ष और मेहनत करते हुए अपनी काबिलियत से मुकाम हासिल किया. हर सफलता के पीछे एक कहानी का पन्ना गहरा होता हैं, उस गहराई में सबकुछ साफ-साफ दिखाई दे जाता है कि मुकाम हासिल करने के लिए बंदे को कितना संघर्ष करना पड़ा होगा. वो तो बंदा ही बता सकता हैं. हम आज “एक ऐसी ही कहानी की बात करने जा रहे है, जो हासिऐ से बुंलदी के शिखर तक पहुंच गया. श्री पीयूष बागोरा को भारत की पहले नंबर की आईटी कंपनी टीसीएस (टाटा) में नौकरी हेतु चयन हुआ. हर विद्यार्थी का सपना होता है कि अपने माता-पिता और परिवार के सपनों को साकार करते हुए उच्च स्थान हासिल करें. वैसे ही समाज के युवा जोशीले श्री पीयूष बागोरा सपना साकार कर रहे हैं. उन्होंने अपनी सफलता का विशेष श्रेय अपने माता-पिता सीमा मुकेश बागोरा और अपने बड़े पिताजी स्व. सुरेश जी बागोरा और अंकल आंटी व भाई मित्रो को दिया, जिन्होंने उन पर भरोसा किया और उसके हर संघर्ष में दोस्त बनकर मदद की. पीयूष बागोरा के पिता दिन रात काम करके घर-घर जाकर दूध बांटकर अपने बच्चों को आज इस मुकाम पर पहुंचाया जिसका सपना हर परिवार देखता है कि उनका बेटा हो बेटी के लिए. पीयूष बागोरा की आँखों में अपने सपनो को देखा जिसे आज पीयूष बागोरा ने पूर्ण किया. 

श्री पीयूष बागोरा ने पालीवाल वाणी से संक्षेप में चर्चा और मुलाकता के बाद बताया कि वे अभी BTech (Computer Science)मालवा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज से अपनी पढ़ाई करी है. इंजीनियरिंग परीक्षा पास करने के लिए विद्यार्थी सालो-साल कड़ी मेहनत करते हैं. कठिन परिश्रम के बावजूद भी कइयों को मायूसी हाथ लगती हैं. कई ऐसे उम्मीदवार होते हैं जो पहले ही प्रयास में अच्छी कामयाबी हासिल करते हैं. जी हाँ हम बात कर रहे है. श्री पीयूष बागोरा की जिसने कड़े संघर्ष के बल पर नौकरी हासिल कर इंजीनियर बनने का सपना साकार किया है और अपने परिवार और समाज का नाम रोशन किया है. ढेलाना के श्री भुरालाल जी बागोरा का नाम समाज में बड़े ही सम्मान से लिया जाता है. आप नौकरी के साथ-साथ आगे की पढ़ाई जारी रखते हुए शासकीय नौकरी के उच्च पद पर पदस्थ होकर देश में अपनी अमूल्य सेवा प्रदान करना चाहते हैं. आप वर्तमान में 201-बी प्रजापत नगर इंदौर, मध्यप्रदेश में निवास करते हैं. आप भी समाज के होनहार प्रतिभाशाली श्री पीयूष बागोरा को मोबाईल संवाद 9229574201, 9575551238 पर बधाई संदेश प्रेषित कर उसके हौंसले को और बुलंद करने के लिए अपना आशीर्वाद दिजिए.

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