इंदौर
इंदौरी चर्चे : पीएम मोदी बना गए इंदौर को इंडिया का ब्रांड : 'पक्का इंदौरी ' निकले रे भिया अपन के मोदी जी
नितिनमोहन शर्मा-
पंतप्रधान ने दिया 'मेक इन इंदौर' का मूलमंत्र
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देश के नक्शे पर अब इन्दौर का दौर स्थापित कर गए मोदी
- नितिनमोहन शर्मा...✍️
- बोलबाले भिया। छा गए। सब तरफ अपन के इंदौर चर्चे है। मोदीजी में तो मजे ला दिए भिया। छा गए गुरु अपन लोग तो। प्रधानमंत्री है भिया मोदी जी। पर उनकू भी पूरी 'रमुज़' थीं भिया अपन के इंदौर के बारे में। हा नि तो। भिया पोहे जलेबी, कचोरी समोसे तो सबको पता है। पर भिया जैसे 'उन्ने' साबूदाने की खिचड़ी बोला, अपन ने तो वई मान लिया कि 'अगले' को अपन के इंदौर की पूरी 'झड़ती' है भिया। नि तो तुम ही बताओ कि देश के किस शहर में साबूदाने की खिचड़ी ठेले पर रेडीमेड बिकती है? केवल अपन के इंदौर में। फेर... है कि नि...मोदीजी को पूरी खबर अपन के इंदौर की। भिया अपन के पीएम मोदी तो " पक्का इंदौरी " निकले। मजा आ गया।
- भिया मोदीजी में तो अपन के इंदौर के लिए एक नम्बर बोलवचन किये। भिया उनके बोलवचन ने अपन के इन्दौर को देश दुनिया मे इंडिया का ब्रांड बना दिया है। देख लेना भिया। अब अपन का इंदौर रुकने वाला नि है। ' मेक इन इंडिया' वाले मोदी जी 'मेक इन इंदौर' का मंतर भी दे गए कि अपनी विशेषताओं को सहेज लो। और विकसित कर लो। उन्नत कर लो। देश ही नही, दुनिया में इंदौर का डंका बजेगा।
- मोदीजी अपन के शहर में थे। मौका था प्रवासी भारतीय सम्मेलन का। 70 देशों से आये मेहमानों के लिए अपन न घर के ही नही, दिल के दरवाजे भी खोल दिये है। शहर तो ऐसे सजाया है जैसे घर मे बेटी का ब्याव हो। 'चक चकाट' कर दिया भिया। इंदौर एक दम 'पेटिपेक' लग रिया। तभी तो भिया मेहमानों से 'ज्यास्ति' तो अपन के लोग होन घूम फिर 'रिये' है। इन्दौर 'इत्ता' बदल दिया कि जो यही ज पैदा हुए, वो भी इंदौर ऐसे देखने जा रहे है जैसे इसके पेले 'बांसवाड़े' में रेते होयँगे। पर जो भी हो भिया। मजे आ गए। भरपल्ले आनंद ले रिये है भिया इंदौरी होन तो।
- ऐसे ही आनंद में अपन के मोदी जी भी थे कल भिया। वो भी 'पक्का इंदौरी, निकले भिया। अपन जैसे उन्ने भी 'अपन का इंदौर' बोला। बार बार बोला। कई लोग तो 'सम्पट' ही भूल गए कि अरे मोदीजी तो इंदौरी हो गए...!! उनको अपन के यहां की शिकंजी भी याद है रे। पोहे, जलेबी, कचोरी, समोसा ओर शिकंजी याद करते हुए ये भी बोल गए कि इंदौर एक दौर है जो समय से आगे चलता है। फिर भी विरासत को समेटे 'रेता' है। खानपान और सफाई में तो भिया मोदीजी में पूरी दुनिया मे अपन के इंदौर को लाजवाब बताया। अपन के इंदौर को स्वच्छता की राजधानी तो बताया ही, लगे हाथ स्वाद की राजधानी भी घोषित कर गए।
- अब भिया ये अपन के 'उप्पर' है कि अपन मोदीजी का मान ओर मन दोनो रखे। अभी दो दिन ओर मेहमान यही 'रैना' है। उनको कोई कमीबेशी नि हो उसका ध्यान रखना। कल भोत सारे मेहमान अंदर नि जा पाए भिया। 'भोत' दुःख भी हुआ। पर क्या करे? पाँव रखने की अंदर 'जगो' नि थी। मुख्यमंत्री ने भिया माफी भी मांगी भिया कि जमीन पर 'जगो' कम रे गई लेकिन दिल मे तो 'भोत' जगह है। इत्ते बड़े काम मे भिया थोड़ी भोत कमी बेशी रे भी जाय।
- तो भिया ये अपन के इंदौर की बात है...ज्यादा 'हाबले गाबले' नि बनना..!! अब अपन के यहां भी कोई शादी ब्याह जो तो थोड़ी भोत कसर रे ही जाती हैं।
- तो भिया...बचे दिनों के आनंद लो। मेहमानों को मान दो। ओर जो हो गया..उसे जान दो। और आगे की सुध लो। तो डट जाओ भिया फिर से। अपन के इन्दौर की शान की बात है।