इंदौर
Indore News : झलकारी नाट्य मंचन एवं झलकारी अलंकरण समारोह में कोली/कोरी समाज की उत्कृष्ठ समाजसेवी महिलाओं को अलंकरण से अलंकृत
paliwalwaniवीरांगना झलकारी के वीरता से जीवट हुआ स्वतंत्रता आन्दोलन देश व राष्ट्रभक्ति के प्रति समर्पण भावना से अपनी प्रतिबद्धता साबित करना होगी.
राव देवेन्द्रसिंह आजादी के 78 वर्षों में कोली समाज राजनैतिक उपेक्षा का हुआ शिकार : विरेन्द्र कश्यप
इंदौर. मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के पूर्वज मांधाता के वंशजों की गौरवमयी मौजूदगी में कोली/कोरी समाज की वीरांगना झलकारी बाई की स्मृति को चिरस्थाई बनाने के लिए अखिल भारतीय वीरांगना झलकारी महासंघ द्वारा आयोजित झलकारी महोत्सव के तहत माई मंगेशकर सभागृह इंदौर में झांसी की झलकारी नाट्य मंच एवं वीरांगना झलकारी अलंकरण समारोह से एक बार फिर कोली समाज की समाज व राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का परिचय ही नहीं दिया गया, बल्कि इतिहास में कोली समाज की उपेक्षा के खिलाफ भी सशक्त आवाज उठाई गई.
झलकारी महोत्सव के तहत भगवान श्री राम के पूर्वज अयोध्या सम्राट राजा मांधाता के वंशज एवं औंकारेश्वर ज्यार्तिलिंग न्यास के मुख्य ट्रस्टी श्रीमंत राव देवेन्द्रसिंह एवं अखिल भारतीय कोली समाज के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विरेन्द्र कश्यप एवं वीरांना झलकारी बाई के वंशज श्री इदेश वर्मा जतारिया के आतिथ्य आयोजित झलकारी नाट्य मंचन एवं झलकारी अलंकरण समारोह में कोली/कोरी समाज की 11 उत्कृष्ठ समाजसेवी महिलाओं को अलंकरण से अलंकृत किया गया.
वहीं समाज के विकास में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए पांच समाजसेवी पुरूषों को कोली रत्न की उपाधी से नवाजा गया. इसके पूर्व मंच पर अभिनव कला समाज के सौजन्य से झांसी की झलकारी नाट्क मंचन “प्रयास अडी“ के कलाकारों द्वारा प्रस्तृत किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय वीरांगना झलकारी महोत्सव समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश महावर कोली ने की.
इस अवसर पर अखिल भारतीय कोली समाज “महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष अजमेर नगर पालिका की नेता प्रतिपक्ष सुश्री द्रोपती कोली, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद श्री सत्यनारायण पंवार राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष एवं हाथरस के पूर्व विधायक हरिशंकर माहौर, राष्ट्रीय महासचिव डी. पी. शंखवार, राष्ट्रीय सचिव श्री सुनिल कछवाय, महामंडलेश्वर स्वामी ब्रम्हानंद जी महाराज, संतश्री राधादेवी, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष नाथूलाल कोली मौजूद थे.
इस अवसर पर राजा नांवाता के वंशज श्रीमंत राव देवेन्द्रसिंह ने कहा कि कोली समाज का इतिहास सबसे श्रेष्ट व गौरवशाली रहा है. लेकिन यह विडम्बना रही कि स्वार्थी और षड़यंत्रकारी इतिहासकारों ने कोली समाज के स्वर्णिम इतिहास को जानबूझ कर इतिहास के पन्नों से वंचित रखने का प्रयास किया.
फिर भी इतिहास गवाह है कि सृष्टि के रचियता भगवान शिव और राजा मांधाता के वंशज भगवान श्री राम के रूप में कोली समाज और वीरांगना झलकारी बाई का स्वर्णिम इतिहास आज भी अपनी जीवटता के साथ देश व राष्ट्रभक्ति के प्रति पूरी समर्पण भावना से अपनी प्रतिबद्धता को बखूबी निभा रहा है.
अखिल भारतीय कोली समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विरेन्द्र कश्यप ने कहा कि मैं हिमाचल की उस सीट के जनप्रतिनिधी के रूप में दो बार चुना गया. जहां से देश की आजादी के बाद से आज तक जितने भी सांसद चुने गये, वे सभी कोली समाज के ही रहे हैं. यह सत्य है कि हजारों वर्ष की हमारे पूर्वजों के त्याग और बलिदान को आजादी के 78 वर्षों में वह सम्मान नहीं मिल पाया, जिसके हम हकदार है.
1857 के स्वतंत्रता आन्दोलन में वीरांगना झलकारी बाई के शौर्य, साहस, पराक्रम एवं वीरता को भी इतिहासकारों ने दफन करने का प्रयास किया. लेकिन समाज के सामाजिक संगठनों खास कर देवी अहिल्याबाई की पावन तपोभूमि इंदौर में अखिल भारतीय वीरांगना झलकारी महासंघ विगत 28 साल से झलकारी बाई की स्मृति को चिरस्थाई बनाने रखने में लिए महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश महावर और उनकी पूरी टीम का सार्थक प्रयास कर रही है, यह सराहनीय है.
स्वागत भाषण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश महावर कोली ने देते हुए कहा कि देश के सबसे शक्तिशाली शासकों को आकांत षड्यंत्रकारी लोगों ने फूट डालो राज करो की नीति पर राजपाट, धन सम्पदा और वैभवशाली इतिहास का दफन अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारते हुए समाज के कार्यक्रमों को असफलता की सीढ़ी पर टांग खींचू प्रवृति को त्याग नहीं पा रहे हैं.
कार्यक्रम का संचालन अखिल भारतीय वीरांगना झलकारी महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव दिनेश वर्मा दानिश एवं सुश्री जया सेट्टी ने एवं अंत में आभार राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष प्रहलाद टाटवाल ने माना. इस अवसर पर सुश्री द्रोपती कोली राजस्थान, श्रीमती रमा राजौरे, सुश्री सुनैना वर्मा कोटा राजस्थान, श्रीमती नेहा ह््रदेश वर्मा झांसी, सहित 11 महिलाओं को झलकारी अलंकरण एवं सर्वश्री सत्यनारायण पंवार उज्जैन, डी.पी. शंखवार, कैलाश चौधरी इंदौर, मोहन माधव वर्मा, लक्ष्मीनारायण पंथी ठेकेदार भोपाल को कोली रत्न एवं सर्वश्री शिवदीन आर्य उज्जैन, सुनील कछवाय, गंगाराम वर्मा एवं महादेव वर्मा बड़वानी को विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया गया. राष्ट्रीय महासचिव दिनेश वर्मा दानिश ने उक्त जानकारी पालीवाल वाणी को दी.