स्वास्थ्य
बाबा रामदेव के इस उपाय को आजमा कर आप भी 7 दिनों में ब्लड शुगर के स्तर को कर सकते हैं कम
Paliwalwaniस्वस्थ रहने के लिए डायबिटीज के मरीजों को अपने ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है। खराब जीवन-शैली और अनहेल्दी खानपान के कारण लोगों के ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। अगर ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में न रहे तो ये शरीर के अहम हिस्सों तक ब्लड पहुंचाने वाले रक्त वाहिकाओं को डैमेज कर सकती हैं।
इससे हृदय रोग, स्ट्रोक, किडनी डिजीज, आंखों से संबंधित परेशानियों और नर्व प्रॉब्लम्स का खतरा हो सकता है। ऐसे में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी होता है। बढे हुए ब्लड शुगर के स्तर को मेडिकल भाषा में हाइपरग्लाइसीमिया कहते हैं, इस स्थिति में शरीर या तो इंसुलिन बना नहीं पाता है, या फिर उसका इस्तेमाल नहीं कर पाता है।
डायबिटीज की बीमारी में खानपान का ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है। डायबिटीज यानी मधुमेह एक लाइलाज बीमारी है, जो खराब खानपान और जीवनशैली के कारण होती है। बाबा रामदेव के मुताबिक कुछ योगासन ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में कारगर हैं जिससे डायबिटीज का खतरा भी कम हो सकता है। आइए जानते हैं –
फाइबरयुक्त सब्जियां: बाबा रामदेव के अनुसार केयर आटे की रोटी चाहिए। जिसमें मूंग, हरी मटर, रागी, ओट्स, अरहर, मोठ, गेहूं, जौ, चना, जवार, बाजरा, मसूर, कुलथी और राजमा को सूखाकर बनाया जाता है। फाइबर युक्त सब्जियां, करेला, खीरा और टमाटर से बने जूस को 5 से 6 बार पी सकते हैं। वहीं, पर काबू पाने के लिए बाबा रामदेव खीरा, करेला, टमाटर, थोड़ा गिलोय और चिरैता को मिलाकर बनाया गया जूस भी पीने की सलाह देते हैं।
आसान: बाबा रामदेव के अनुसार कपालभाति और मंडूकासन करने से ब्लड शुगर के बढ़े हुए स्तर पर काबू पाया जा सकता है। कपालभाति से बीटा सेल्स एक्टिवेट होते हैं और री-जनरेट होते हैं। 5 मिनट मंडूकासन करने से काबू करने के अलावा, फैटी लिवर, गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है। उनके मुताबिक इस योगासन को करने से पैन्क्रियाज़ खुद ब खुद इंसुलिन रिलीज करता है। बता दें कि इससे बच्चों में डायबिटीज टाइप 1 का खतरा कम होता है। गोमुखासन, लोकासन, उत्तानपादासन, नौकासन, सेतुबंधासन और ताड़ासन जैसे योग अभ्यासों को 5-5 मिनट करना चाहिए।