दिल्ली

Paliwal update : सामाजिक सेवा और पर्यावरण सुरक्षा के जनक श्री श्यामसुंदर पालीवाल को 9 नवबंर को पद्मश्री से नवाजा जाएगा

Anil bagora, Sunil paliwal
Paliwal update : सामाजिक सेवा और पर्यावरण सुरक्षा के जनक श्री श्यामसुंदर पालीवाल को 9 नवबंर को पद्मश्री से नवाजा जाएगा
Paliwal update : सामाजिक सेवा और पर्यावरण सुरक्षा के जनक श्री श्यामसुंदर पालीवाल को 9 नवबंर को पद्मश्री से नवाजा जाएगा

नई दिल्ली : राजसमंद-राजस्थान जिला एवं पालीवाल ब्राह्मण समाज के ऊर्जावान वरिष्ठ समाजसेवी श्री श्याम सुंदर पालीवाल को समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने के लिए दिनांक 9 नवबंर 2021 को पद्मश्री से नवाजा जाएगा. उनके पिपलांत्री मॉडल को डेनमार्क की स्कूलों में पढ़ाया जाता है. श्री श्यामसुंदर पालीवाल ने पालीवाल वाणी से खास बातचीत करते हुए बताया कि वो जंगल और जनजीवन को बचाना के लिए निरंतर काम कर रहे हैं. इंसान औद्योगिकीकरण की अंधाधुंध दौड़ में जंगल को काटकर कंक्रीट के जंगल बनाने की ओर अग्रसर हो चुका है, उन्हें रोकना एक बड़ी चुनौति बन गया है, फिर हम हर चुनौति का कड़ा मुकाबला करते हुए हरियाली की ओर कदम बढ़ा चुके हैं. लेकिन असली सुकून तो आज भी पेड़-पौधों के जंगलों में ही है. 

भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के सर्वोच्च नागरिक पद्म पुरस्कारों 2021 की घोषणा की हैं. इन पुरस्कारों में राजस्थान के 3 व्यक्तियों को भी नामित किया गया हैं. इनमें राजसमंद-राजस्थान जिले के श्री श्यामसुंदर पालीवाल को सामाजिक सेवा और पर्यावरण सुरक्षा व जोधपुर जिले के प्रख्यात लोक कलाकार लखा खान को कला के क्षेत्र में, एवं पाली जिले के वयोवृद्ध साहित्यकार श्री अर्जुन सिंह शेखावत को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए पद्मश्री से विभूषित करने के लिए नामित किया गया हैं.

श्याम सुंदर पालीवाल पिपलांत्री

  • एक नजर : श्रेष्ठ समाजसेवी श्री श्याम सुंदर पालीवाल 

राजस्थान के राजसमंद जिले की ग्राम पंचायत पिपलांत्री के पूर्व सरपंच श्री श्यामसुंदर पालीवाल समाज सेवा और पर्यावरण रक्षक के रूप में सारे देश में प्रसिद्व हो चुके हैं. राजस्थान भीलवाड़ा से 130 किलो मीटर व उदयपुर से 75 किलो मीटर बीच में श्रीजी नगरी एवं द्वारकाधीश प्रसिद्व मंदिरों में शुमार राजसमंद से 15 किलो मीटर की दूरी पर हैं. यह गांव तब सुर्खियों में आया जब इसरो के सर्वे में सेटेलाइट ने सुर्ख खदानों के बीच से हरियाली की तस्वीरें भेजी. इसरो के वैज्ञानिक देखकर हैरान रह गए थे. गांव में लगभग 5.20 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं. पिपलांत्री में हुए कार्यों और पद कार्यों के सूत्रधार श्री श्यामसुंदर पालीवाल की तारीफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सिने अभिनेता अभिताब बच्चन व अक्षय कुमार समेत कई हस्तियां कर चुकी हैं.

श्री श्यामसुंदर पालीवाल कौन बनेगा करोड़ पति केबीसी में अमिताभ बच्चन के साथ अपने शो के लिए भी देश भर में प्रसिद्ध हुए हैं. उनकी धर्मपत्नि सरपंच श्रीमती अनिता ने भी श्री श्यामसुंदर पालीवाल और गांव पिपलांत्री का नाम बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के लिए नाम रोशन किया. पंचायत चुनाव में जब श्री श्यामसुंदर 2005 में चुनाव जीतकर आये थे. उस समय गांव की खस्ता हालात थी. चारो तरफ खदाने, उड़ती धूल, पानी की भारी कमी आदि जैसी गंभीर समस्याएँ थी. उनकी सबसे प्रिय बिटिया का निधन हो गया था. तब प्रतिज्ञा ली थी कि बिटिया की स्मृति में उन्होंने पौधारोपण का कार्य शुरू किया जो आज मिल का पत्थर साबित हुआ. आज हालत यह है कि गांव के लोग बिटिया के जन्म पर खुशी का इजहार करते हुए गांव में जब भी किसी के घर पुत्री होती है तो उस परिवार को 111 पौधे लगाने होते है. उन पौधों की देखभाल पूरा परिवार करता है व पुत्री जब 18 वर्ष की हो जाती है तो उन्ही पेड़ो को बेचकर आर्थिक सहायता दी जाती है. पेड़ो को कोई भी, पंचायत क्षेत्र में कही भी लगा सकता है. साथ ही गांव वाले सभी मिलकर 21000₹ एकत्र कर ओर ग्राम पंचायत की तरफ से 10000₹ मिलाकर 31000₹ की एफडी करवाते हैं.

गांव में किसी की भी मृत्यु पर परिजनों से 11 पौधे लगाने का प्रावधान हैं. जो कहीं भी ऐसा स्वरूप देखने को नहीं मिलता. पिपलांत्री गांव की तारीफ देश-विदेशों में भी खुश्ब होती हैं. गांव को विदेश के प्राईमरी पाठ्यक्रमो में जगह मिली है और भी तारीफ में बहुत सारी बाते है. महत्वपूर्ण बात श्री श्यामसुंदर पालीवाल अक्सर अपने संबोधनों में लोगों से कहते हैं, सरकार की तमाम कल्याणकारी योजनाएं हैं. सरकारी मशीनरी है, सरकार का पैसा है, सरकार की ही जमीनें हैं. मैने अपनी तरफ से कुछ नहीं किया. सिर्फ सरकारी योजनाओं को सही तरीके से लागू कराया और सरकारी बजट का सही इस्तेमाल किया है. जो भी ग्राम पंयायतें या सरपंच ऐसा कर रहे हैं, उनके भी गांव पिपलांत्री की तरह खुशहाल हैं, हालांकि श्री श्यामसुंदर पालीवाल लगातार सरपंच नही बने है पर यह एक परंपरा बन गई है. कोई भी सरपंच बिना भेदभाव के पर्यावरण रक्षा की परंपरा को आगे बढ़ाते आया हैं. उन्हें कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं. पालीवाल ब्राह्मण समाज में एक आदर्श पुरूष की छबि से पहचान स्थापित की है जो काबिले तारीफ ही बल्कि अन्य समाजजनों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत की भूमिका में नजर आते हैं. ये सब करना उनके लिए मुश्किल था पर नामुमकिन.. नहीं ऐसा उन्होंने कर दिखाया. और आगे भी तत्पर हैं.

विभिन्न संगठन करेगें स्वागत : राजस्थन क्षेत्र के गौरव श्री श्यामसुंदर जी पालीवाल को उनकी जनहित में की गई उल्लेखनीय सेवाओं के लिये नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्वारा 9 नवंबर, 2021 को पद्मश्री से सम्मानित करेंगे. इस अवसर पर 10 नवंबर 2021 को उदयपुर हवाई अड्डे पर उनका विभिन्न जनप्रतिनिधियों द्वारा स्वागत किया जावेगा. 

श्याम सुंदर पालीवाल पिपलांत्री

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