भोपाल

मंत्री सुश्री ठाकुर करेंगी भारत भवन की 40 वीं वर्षगांठ के समारोह का शुभारंभ

Anil bagora, Sunil paliwal
मंत्री सुश्री ठाकुर करेंगी भारत भवन की 40 वीं वर्षगांठ के समारोह का शुभारंभ
मंत्री सुश्री ठाकुर करेंगी भारत भवन की 40 वीं वर्षगांठ के समारोह का शुभारंभ

राष्ट्रीय कालिदास सम्मान और शिखर सम्मान से रचनाकारों का अलंकरण : पाँच दिवसीय विविधकला समारोह में आयोजित होगी विभिन्न गतिविधियाँ

भोपाल : संस्कृति, पर्यटन और अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर भारत भवन की 40वीं वर्षगांठ पर विविध कला समारोह का शुभारंभ करेंगी। सुश्री ठाकुर भारत भवन में रविवार, 13 फरवरी को शाम 6:30 बजे राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान अलंकरण समारोह में साहित्यकार, कलाकार और रंगकर्मियों को सम्मानित भी करेंगी। समारोह में राष्ट्रीय कालिदास और शिखर सम्मान के लिए चयनित विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा। सुश्री ठाकुर पद्मश्री के लिए चयनित सुश्री दुर्गा बाई व्याम के चित्रों, रेखांकन कला प्रदर्शनी-सुरेखा और प्रतिष्ठित कलाकारों की कृतियों की प्रदर्शनी का भी शुभारंभ करेंगी।

प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन एवं भारत भवन के न्यासी सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि संस्कृति विभाग के सहयोग से विभिन्न कला अनुशासनों पर आधारित यह पाँच दिवसीय समारोह 13 फरवरी से 17 फरवरी 2022 तक होगा। प्रतिष्ठित कलाकारों की कला प्रदर्शनियाँ 27 फरवरी 2022 तक दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक कला प्रेमियों और दर्शकों के लिए खुली रहेगी। समारोह के कार्यक्रमों में सभी का प्रवेश निःशुल्क रहेगा। कोविड-19 के लिए शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।

श्री संतोष संत के निर्देशन में स्वर वेणु गुरुकुल इंदौर के कलाकारों द्वारा बांसुरी सप्तक की प्रस्तुति

बहुकला केंद्र भारत भवन में आयोजित समारोह में सुगम संगीत, आकर्षक नृत्य, स्लाइड शो, नृत्य नाटिका और कविता पाठ जैसी सांस्कृतिक गतिविधियाँ होंगी। समारोह के पहले दिन श्री संतोष संत के निर्देशन में स्वर वेणु गुरुकुल इंदौर के कलाकारों द्वारा बांसुरी सप्तक की प्रस्तुति दी जाएगी। दूसरे दिन 14 फरवरी को दोपहर 12 बजे रूपंकर कलाओं के लिए सम्मानित कलाकारों द्वारा स्लाइड शो एवं संवाद का आयोजन होगा। शाम 7 बजे राष्ट्रीय कालिदास सम्मान से विभूषित श्री अनिल रस्तोगी द्वारा अभिनीत नाटक 'आखिरी वसंत' की प्रस्तुति श्री शुभदीप राहा के निर्देशन में दर्पण, लखनऊ के कलाकारों द्वारा दी जाएगी। समारोह के तीसरे दिन शाम 7 बजे सुश्री सुचित्रा हरमलकर और साथी कलाकारों द्वारा कथक पर आधारित 'अमृतस्य नर्मदा' नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी।

समारोह के चौथे दिन 16 फरवरी को दोपहर 2 बजे श्री गुरुदत्त द्वारा निर्देशित फिल्म प्यासा का प्रदर्शन किया जायेगा। शाम 7 बजे से संस्कृत के कवि श्री मिथिला प्रसाद त्रिपाठी और श्री रामनाथ झा, हिंदी के कवि श्री यतींद्र मिश्र और सुश्री अन्ना माधुरी तिर्की, ओड़िया कवि सुश्री पारमिता सतपथी और मराठी कवि सुश्री कल्पना दुधाल द्वारा कविता पाठ किया जाएगा। अंतिम दिन 17 फरवरी को शाम 7 बजे राष्ट्रीय कालिदास सम्मान से विभूषित श्री वामन केंद्रे द्वारा निर्देशित नाटक 'मोहे पिया' की रंगपीठ मुंबई के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।

राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान अलंकरण समारोह

भारत भवन मुक्ताकाश मंच पर राष्ट्रीय कालिदास सम्मान और राज्य शिखर सम्मान से विभिन्न श्रेणियों में कलाकारों साहित्यकारों और रंगकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। रूपंकर कलाएं के लिए राष्ट्रीय कालिदास सम्मान गुजरात के श्री ज्योति भट्ट को वर्ष 2017, नई दिल्ली की सुश्री इरा चौधरी को 2018, नई दिल्ली के श्री परमजीत सिंह को 2019 और बड़ौदा के श्री ध्रुव मिस्त्री को वर्ष 2020 के लिए दिया जाएगा। रंगकर्म के लिए राष्ट्रीय कालिदास सम्मान लखनऊ के डॉ. अनिल रस्तोगी को वर्ष 2019 और मुंबई के श्री वामन केंद्रे को वर्ष 2020 के लिए प्रदान किया जाएगा।

राज्य शिखर सम्मान हिंदी साहित्य के लिए ग्वालियर के श्री शैवाल सत्यार्थी को वर्ष 2019 और भोपाल के श्री हरी जोशी को वर्ष 2020 के लिए दिया जाएगा। इसी तरह उर्दू साहित्य के लिए भोपाल के श्री नईम कौसर को वर्ष 2019 और भोपाल के श्री देवीशरण को वर्ष 2020 के लिए प्रदान किया जाएगा। संस्कृत साहित्य के लिए दतिया के डॉ. रामेश्वर प्रसाद गुप्ता को वर्ष 2019 और जबलपुर के प्रो. रहस बिहारी द्विवेदी को वर्ष 2020 के लिए प्रदान किया जाएगा। शास्त्रीय संगीत के लिए ग्वालियर के पं. प्रभाकर लक्ष्मण गोहदकर को वर्ष 2019 और भोपाल के पं. सज्जनलाल ब्रह्माभट्ट को वर्ष 2020 के लिए प्रदान किया जाएगा। रूपंकर कलाएँ के लिए भोपाल के श्री देवी लाल पाटीदार को वर्ष 2019 और नई दिल्ली के श्री मनीष पुष्कले को वर्ष 2020 के लिए दिया जाएगा। नाटक के लिए भोपाल की सुश्री वैशाली गुप्ता को वर्ष 2019 और भोपाल के श्री के.जी. त्रिवेदी को वर्ष 2020 के लिए प्रदान किया जाएगा। जनजातीय एवं लोक कलाएँ के लिए भोपाल की श्रीमती अग्नेश केरकट्टा को वर्ष 2019 और श्रीमती पूर्णिमा चतुर्वेदी को वर्ष 2020 के लिए दिया जाएगा। इसी तरह दुर्लभ वाद्य वादन के लिए राज्य शिखर सम्मान सागर के श्री बाबूलाल भोला को वर्ष 2019 और उज्जैन की डॉ. वर्षा अग्रवाल को वर्ष 2020 के लिए प्रदान किया जाएगा।

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