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Amet News : राजसमंद जिले में सर्विकल कैंसर मुक्ति की दिशा में एक और कदम

M. Ajnabee, Kishan paliwal
Amet News : राजसमंद जिले में सर्विकल कैंसर मुक्ति की दिशा में एक और कदम
Amet News : राजसमंद जिले में सर्विकल कैंसर मुक्ति की दिशा में एक और कदम

आमेट. भारत में हर 8 मिनट में एक महिला की मृत्यु सर्विकल कैंसर के कारण होती है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, एसपी सेवा संस्थान फाउंडेशन (एसपीएसएस फाउंडेशन) और कैपेड इंडिया ट्रस्ट ने राजसमंद जिले को सर्विकल कैंसर मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए, आमेट ब्लॉक के स्वास्थ्य विभाग में एनसीडी कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय आशा प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का नेतृत्व एसपीएसएस फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर जिगर वैष्णव ने किया! जिसमें पहले दिन 64 आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया! जो आमेट, सरदारगढ़ और गलवा सेक्टर से थीं। दूसरे दिन 48 आशा कार्यकर्ता,जो आगरिया और जिलौला सेक्टर से थीं! ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

प्रशिक्षण के दौरान,सर्विकल कैंसर के लक्षण,बचाव,उपचार और इसके रोकथाम के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई। आशा कार्यकर्ताओं को यह भी सिखाया गया कि वे समुदाय में इस बीमारी के प्रति जागरूकता कैसे फैला सकते हैं और महिलाओं को समय पर जांच कराने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। जिगर वैष्णव ने बताया, "हमारा लक्ष्य राजसमंद को सर्विकल कैंसर मुक्त बनाना है।

इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत, जिले में महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यह परियोजना ग्लोबल एचपीवी कैंसर फ्री अभियान और अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के सहयोग से संचालित हो रही है।

कार्यक्रम के दौरान आमेट बीसीएमओ डॉक्टर वर्मा, बीपीएम सरिता जैन, एसपीएसएस फाउंडेशन के परियोजना प्रबंधक सत्यप्रकाश, कैलाश सिंह और रेखा कंवर मौजूद रहे। सभी ने आशा कार्यकर्ताओं को समुदाय में कैंसर के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया।

इस पहल का उद्देश्य न केवल सर्विकल कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना है। बल्कि महिलाओं को इस बीमारी से बचाने के लिए समय पर जांच और रोकथाम के उपाय अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना भी है। राजसमंद जिले को सर्विकल कैंसर मुक्त बनाना इस परियोजना का प्रमुख लक्ष्य है। जिससे जिले की महिलाओं के स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके।

M. Ajnabee, Kishan paliwal 

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