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आमेट अपडेट : ढेलाणा आवरी माताजी मंदिर चोरी करना वाला पुजारी ही निकला : चाँदी के 16 छत्र बरामद
M. Ajnabee-Kishan Paliwalआमेट. आमेट थाना पुलिस ने मंदिर में हुई चोरी की वारदात का पर्दाफाश करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी मंदिर का पुजारी ही निकला. आरोपी के द्वारा मंदिर में की गई चोरी के 16 चांदी के छत्र भी बरामद किए. पुलिस सूत्रों ने इंदौर मेरी पहचान को बताया कि 30 सितंबर 2021 को प्रार्थी गंगाराम पिता मोहन लाल जाति भील उम्र 40 वर्ष निवासी जोया तलाई ढेलाणा पुलिस थाना आमेट द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई कि प्रार्थी स्वयं ढेलाणा तालाब पर स्थित आवरी माताजी का पुजारी होकर पुजा पाठ करता है. माताजी के मंदिर में भक्त जनों द्वारा श्रृंगार हेतु चढ़ाये गये चांदी के कुल 16 छत्र व एक तोला सोने का एक मुकूट जिसको पूजा करने के बाद स्वयं के घर पर रखता था. 28 सितंबर 2021 की रात्रि को गंगाराम अपनी पत्नी के साथ ससुराल में सामाजिक कार्यक्रम जाकर दूसरे दिन वापस घर पँहुचा तो में मकान का ताला टुटा हुआ थ. अंदर कमरे में माताजी की श्रृंगार हेतु रखी पेटी का ताला हुआ था. पेटी में रखा माताजी के श्रृंगार के लिए चढ़ाये हुये चांदी के 16 छत्र सोने का मुकुट तथा मेरे 4 हजार रुपए अज्ञात बदमाश चुरा कर ले गये. मंदिर में चोरी की घटना से जिला स्तर के अतिरिक्त पड़ौसी जिलों के लोगों की आस्था का केन्द्र था. ऐसे में इस चोरी की घटना का त्वरित अनुसंधान प्रारंभ किया तथा चोरी की वारदात की सूचना पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव लाल बैरवा,पुलिस उप अधीक्षक कुभ्भलगढ़ नरपत सिंह को दी गई. उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देशन में थानाधिकारी प्रेमसिंह सहित हेड कॉस्टेबल अशोक कुमार, कॉस्टेबल हंसराज, गणपतसिह आदि के साथ टीम का गठन किया गया. गठित टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया जाकर घटना स्थल पर आने जाने वाले मार्गों का चयन कर उन मार्गों के सीसीटीवी कैमरो को चैक किया गया. प्रथम दृष्टया चोरी के तथ्य नहीं मिलने पर टीम के द्वारा अपने अनुसंधान का दायरा बढ़ाया जाकर उन लोगो से अनुसंधान किया गया. जिनके द्वारा मंदिर पर श्रृंगार हेतु चांदी के छत्र व सोने का मुकुट भेट किये गये थे. जांच में पता चला की विगत 6 माह से माताजी के मंदिर में चादी के छत्र चढ़ाये जा रहे थे. परन्तु सोने का मुकुट माताजी की प्रतिमा पर सुशोभित नहीं किया जा रहा हैं. इस तथ्य पर गहनता से अनुसंधान करने पर पाया गया कि मंदिर का पुजारी एवं परिवादी स्वयं गंगाराम भील सोने के मुकूट को अपने घर पर ही रखता है. इस पर परिवादी गंगाराम पर टीम सदस्यों के द्वारा कड़ी नजर रखी गई तो पाया की गंगाराम आदतन शराबी है और पैसों की तंगी से चलते गंगाराम गांव के एक युवक से 5 सौ रूपये उधार लिये गये थे. जबकी गंगाराम ने अपने द्वारा प्रस्तुत प्राथमिकी में 4 हजार रूपये भी चोरी हो जाना बताया था. जब 4 हजार रूपये उसके पास थे तो उसके 5 सौ रूपये उधार लेने की क्या आवश्यकता थी. इस शंका व गुप्त तथ्यों के आधार पर गंगाराम से सघन पुछताछ की गई तो गंगाराम ने आर्थिक तंगी के चलते स्वंय द्वारा माताजी के मंदिर के चांदी के छत्र व सोने का मुकुट को खुर्द बुर्द करना स्वीकार कर झूठी प्राथमिकी दर्ज कराना बताया. अभियुक्त गंगाराम की निशादेही से चांदी के 16 छत्र बरामद किये जा चुके है तथा सोने के छत्र बरामद हेतु आगे अनुसंधान जारी हैं.
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● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क.M. Ajnabee-Kishan Paliwal...✍️