उदयपुर
मेनारिया समाज के मेनार गांव में हुआ मृत्युभोज पर ऐतिहासिक फैसला
Rajesh Joshi, Sangeeta Joshiमेनार। (उमेश मेनारिया...) मेनारिया ब्राह्मण समाज के सबसे बड़े गांव मेनार में 19 अगस्त 2020 बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक समाज सरोकार समाज बदलाव को लेकर आयोजित की गई। बैठक में पंच मोतबिरों एव समाजजनों ने महत्वपूर्ण निर्णय लिए। ओंकारेश्वर चबूतरे पर आयोजित बैठक में सर्वसहमति से मुख्य रूप से मृत्युभोज नही करने का निर्णय लिया गया जो इस महत्वपूर्ण बैठक में ऐतिहासिक दिन रहा। बैठक में पंच मोतबिरो ने कहा की मृत्युभोज अब कोई नही करेगा, वही जिस किसी परिवार में शोक होने पर वह मात्र पंरपरा निर्वहन हेतु सिर्फ शोक वाले नजदिकी परिवार तक रस्म अदायगी पूरी करने तक ही सीमित रखेगा। आज के बाद किसी प्रकार के सामूहिक मृत्यु भोज का आयोजन नही होगा। फिर भी कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ समाज कड़ी कारवाई करेगा। वही इसी बैठक में अन्य सामाजिक खर्चो पर अंकुश लगाते हुए पाबंदीयां लगाई गई। बैठक में पेरावनी प्रथा पूर्णतया बंद करने का निर्णय लिया गया। अब सिर्फ मामा और ससुराल पक्ष ही पेरावनी ही स्वीकार की जाएगी। वही अन्य कार्यक्रमो में पगड़ी दस्तूर करने की पंरपरा पहले ही बंद है, लेकिन कुछ लोगो द्वारा लिफाफा उपहार स्वरूप देने की नई पंरपरा चलन में आई है, जिस पर भी अब सर्वसहमति से पाबंदी लगा दी गई। अब किसी भी कार्यक्रम में मेहमानों को पगड़ी के बजाय दिए जाने वाला लिफाफा नही दिया जायेगा। समाज ने अन्य ज्वलंत मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा के साथ स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। आयोजित बैठक में समाज े वरिष्ठजनों का अहम रोल रहा वही युवाओं की बुलंद आवाज को सुना गया। जिसके कारण राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइड लाइन का पालन करते हुए मृत्यु भोज को पाबंद करते हुए सीमित मात्र में मृत्यु भोज करने के पक्ष में मेनारिया समाज दिखाई दिया। मृत्युभोज सीमित मात्रा में किया जाना चाहिए, जिसका सभी ने सहर्ष स्वीकृति प्रदान करते हुए आयोजित बैठक को ऐतिहासिक पल भी बताया।
● पालीवाल वाणी ब्यूरो-Rajesh Joshi, Sangeeta Joshi...✍️
? निःशुल्क सेवाएं : खबरें पाने के लिए पालीवाल वाणी से सीधे जुड़ने के लिए अभी ऐप डाउनलोड करे : https://play.google.com/store/apps/details?id=com.paliwalwani.app सिर्फ संवाद के लिए 09977952406-09827052406