अन्य ख़बरे

माचिस में लगी आग : 14 साल बाद बढ़ेंगे दाम : 1 दिसंबर 2021 से प्रति माचिस की कीमत दो रूपए

Paliwalwani
माचिस में लगी आग : 14 साल बाद बढ़ेंगे दाम : 1 दिसंबर 2021 से प्रति माचिस की कीमत दो रूपए
माचिस में लगी आग : 14 साल बाद बढ़ेंगे दाम : 1 दिसंबर 2021 से प्रति माचिस की कीमत दो रूपए
  • अब आग जलाना भी हुआ महंगा 

  • दशकों से 1 रुपये में माचिस की डिब्बी खरीदी गई है.

  • अब इसकी कीमत में 14 सालों के बाद इजाफा होने की योजना है.

  • दियासलाई के दाम अब इतने रुपये बढ़ाए जा सकते हैं.

शिवाकाशी : देशभर में माचिस बनाने का मुख्य बिजनेस शिवकाशी में होता है और माचिस उद्योग में लगी 5 बड़ी कंपनियों ने महंगाई की मार से जूझने के कारण अब माचिस की डिब्बी के दाम बढ़ाने पर समहति बनाई है. रिपोर्ट के मुताबिक, जो माचिस की डिब्बी मात्र 1 रुपये में मिलती थी उस माचिस की डिबिया की कीमत अब देशभर में 1 दिसंबर 2021 से 2 रुपये की कीमत हो जाएगी. इस तरह से माचिस के दाम 14 सालों के बाद बढ़े हैं, क्योंकि इसके पहले साल 2007 में माचिस की डिब्बी को 50 पैसे से बढ़ाकर 1 रुपये की गई थी.

हर व्यक्ति की जरूरत माचिस : मंदिर में चाहे दिया जलाया जाना हो या दरगाह में अगरबत्ती जलानी हो. घर में चाहे गैस जलानी हो या फिर शुभ कामों के लिए अग्नि जलाकर पूजा करनी हो, ज्यादातर चीजों में माचिस का प्रयोग किया जाता है. कई दशकों से लोग मात्र एक रुपये में माचिस की डिब्बी अपने घर ले आते थे लेकिन अब खबर आ रही है कि इसके दामों में भी बढ़ोत्तरी होने वाली है. मात्र 1 रुपये में किसी गरीब के घर में उजाला करने वाली माचिस की डिबिया अब 1 रुपये में नहीं आएगी.

मंहगाई की मार गरीबों पर ज्यादा : एक तरफ जहां पेट्रोल- डीजल, गैस और खाने की तेल के दाम तेजी से बढ़ते जा रहे हैं वहीं अब दैनिक उपयोग में आने वाली माचिस की कीमत भी 14 साल बाद बढ़ने जा रही है. एक रुपये में मिलने वाली माचिस की डिब्बी अब दो रुपये में मिलेगी और नई कीमतें 1 दिसंबर 2021 से लागू होंगी. पांच प्रमुख माचिस उद्योग निकायों के प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से 1 दिसंबर 2021 से प्रति माचिस की कीमत एक रुपये से बढ़ाकर दो रुपये करने का फैसला लिया है. पिछली बार माचिस की डिब्बी की कीमत में वर्ष 2007 में संशोधन किया गया था तब 50 पैसे से बढ़ाकर माचिस की डिब्बी की कीमत एक रुपये कर दी गई थी. गुरुवार को शिवकाशी में ऑल इंडिया चैंबर ऑफ माचिस की बैठक में यह निर्णय लिया गया.

बता दें : माचिस निर्माताओं ने कहा कि माचिस बनाने के लिए 10 से अधिक प्रकार के कच्चे माल की जरूरत होती है. लेकिन कच्चे माल की कीमत में काफी बढ़ोतरी हो गई है जिससे अब वर्तमान कीमत पर बेचना संभव नहीं है. निर्माताओं ने कहा कि एक किलोग्राम लाल फास्फोरस 425 रुपये से बढ़कर 810 रुपये, मोम 58 रुपये से 80 रुपये, बाहरी बॉक्स बोर्ड 36 रुपये से 55 रुपये और भीतरी बॉक्स बोर्ड 32 रुपये से 58 रुपये तक पहुंच गया है. कागज, स्प्लिंट्स की कीमत, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर के दामों में भी 10 फीसदी से अधिक की वृद्धि हो गई है. डीजल की बढ़ती कीमत ने भी उन इस उद्योग पर अतिरिक्त बोझ डाला हैं.

​● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क....✍️ 

​ये खबर भी पढ़े : आज करवा चौथ की धूम घर-घर : चंद्रोदय का समय और व्रत का महत्व जानिए 2021

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News