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अमरनाथ यात्रियों के लिए निवास परिसर का उद्घाटन : 800 श्रद्धालु ठहर सकेंगे, पंजीकरण और सुरक्षा ब्लॉक भी होगा
paliwalwani
अमरनाथ यात्रियों के लिए निवास परिसर का उद्घाटन : 800 श्रद्धालु ठहर सकेंगे
गंदेरबल. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों के लिए गंदेरबल के बालटाल में यात्री निवास परिसर का उद्घाटन किया। इस निवास परिसर में 800 तीर्थयात्रियों के ठहरने की व्यवस्था होगी और इसमें पंजीकरण और सुरक्षा ब्लॉक भी होगा।
इस मौके पर मनोज सिन्हा ने कहा कि सभी श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित और पर्याप्त आवास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अमरनाथ यात्रा के लिए पूरे जम्मू-कश्मीर में उत्सव और उत्साह का माहौल है। मनोज सिन्हा ने कहा कि ONGC की बदौलत अमरनाथ यात्रा में सुविधाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
इस अवसर पर बोलते केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ONGC ने महत्वपूर्ण सामाजिक बुनियादी ढांचे का समर्थन करके राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया है, खासकर उन क्षेत्रों में जो भौगोलिक और प्रशासनिक रूप से चुनौतीपूर्ण हैं और सांस्कृतिक महत्व के स्थान हैं। ONGC के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सामाजिक विकास के लिए ONGC की प्रतिबद्धता राष्ट्रीय ऊर्जा सुरक्षा के लिए इसके प्रयासों जितनी ही गहरी है। हम राष्ट्रीय महत्व के इस बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान करने के अवसर से अभिभूत हैं।
बता दें कि सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) जम्मू-कश्मीर में चार स्थानों पर आपदा प्रबंधन और यात्री निवास परिसर विकसित कर रही है। कंपनी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बालटाल, नुनवान, बिजबेहरा व सिधरा में बन रही इन संपत्तियों का संचालन श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड द्वारा किया जाएगा। ओएनजीसी ने कहा कि ये सुविधाएं अमरनाथ यात्रा करने वाले लोगों को सुरक्षित आवास, साफ-सफाई और आपातकालीन सहायता प्रदान करेंगी। इस स्थायी बुनियादी ढांचे का फायदा पूरे साल स्थानीय लोगों को भी मिलेगा। हर साल पांच लाख से ज्यादा लोग अमरनाथ यात्रा पर जाते हैं।
कंपनी बयान के अनुसार, बालटाल यात्री निवास 6,315 वर्ग मीटर में फैला है और आपदा प्रबंधन परिसर अब पूरी तरह परिचालन में है। इसमें यात्री निवास, अतिथि गृह, सुरक्षा ढांचा और आपदा-प्रतिक्रिया सुविधाएं शामिल हैं। कंपनी ने बताया कि नुनवान (8,500 वर्ग मीटर) और बिजबेहरा (7,640 वर्ग मीटर) में निर्माण कार्य प्रगति पर है। दोनों स्थलों पर निर्माण कार्य सितंबर, 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।