उत्तर प्रदेश
धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश : योगी से न्याय की गुहार और हिन्दू समाज की चेतावनी
Ravindra Arya
एक पिता की पुकार और धर्मांतरण का जाल: लखनऊ में बेटी की तलाश में पहुँचे आज़ाद सिंह, विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने खोला हेल्पलाइन सेंटर
धर्मांतरण की गिरफ़्त में बेटी, लखनऊ पहुँचा पिता : आज़ाद सिंह की पुकार और विश्व हिंदू रक्षा परिषद की पहल
पूजा की तलाश, धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश : योगी से न्याय की गुहार और हिन्दू समाज की चेतावनी
लखनऊ.
विशेष प्रतिनिधि–रविंद्र आर्य
“मैं ग़रीब सही, लेकिन अपनी बेटी को धर्मांतरण गिरोह से नहीं हारूँगा”–ये आवाज़ है ग़ाज़ियाबाद के बालूपुरा मोहल्ले के एक किसान आज़ाद सिंह की, जो अपनी 22 वर्षीय बेटी पूजा चौधरी की तलाश में लखनऊ पहुँचे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि उनकी बेटी को इस्लामिक धर्मांतरण गिरोह के चंगुल से सुरक्षित निकाला जाए। यह सिर्फ एक पिता की व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि एक गहरी सामाजिक साजिश का संकेत है जो पूरे हिन्दू समाज के लिए चेतावनी है।
क्या है पूरा मामला? : 2 अप्रैल 2025 को आज़ाद सिंह ने थाना कोतवाली नगर, गाज़ियाबाद में अपनी बेटी पूजा के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। चार महीने बाद भी पुलिस का कोई ठोस प्रयास या सुराग न मिलने से उनका भरोसा प्रशासन से उठ गया।
शपथ पत्र में उन्होंने जिन संकेतों का उल्लेख किया है, वे बेहद गंभीर हैं :
- पूजा द्वारा बार-बार “छांगुर बाबा” और “पुणे” का उल्लेख।
- अर्थला और दादरी की दरगाहों पर जाना।
- घर में हिजाब पहनकर नमाज़ जैसी गतिविधियाँ करना।
- विरोध करने पर आत्महत्या की धमकी देना।
- ट्रूकॉलर जांच में पूजा के फोन से 'जाकिर के खान' नाम सामने आना।
इन सभी बातों से आज़ाद सिंह को पक्का विश्वास है कि उनकी बेटी एक सुनियोजित इस्लामी धर्मांतरण रैकेट की शिकार हुई है।
विश्व हिंदू रक्षा परिषद और मीडिया की भूमिका
- इस संकट में आज़ाद सिंह के साथ विश्व हिंदू रक्षा परिषद और सुदर्शन न्यूज़ चैनल खड़े हुए।
- उन्होंने श्री सुरेश चरव्हा और चैनल के प्रति विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा:
- हमें पहली बार लगा कि हमारी पीड़ा कोई सुन रहा है। सुरेश जी और सुदर्शन चैनल की वजह से ही मैं आज योगी जी के दरवाज़े तक आया हूँ।
छांगुर बाबा और धर्मांतरण का षड्यंत्र
छांगुर बाबा नामक एक स्वयंभू सूफ़ी बाबा के नेटवर्क का पर्दाफाश हाल ही में मीडिया में हुआ है, जिसके तहत हिंदू युवतियों को इस्लामिक परंपराओं की ओर मोड़ने और गायब करने का आरोप है। आज़ाद सिंह को आशंका है कि उनकी बेटी पूजा भी उसी नेटवर्क का हिस्सा बनाकर अगवा की गई है।
योगी सरकार से माँग...
- लखनऊ में आज़ाद सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि :
- इस पूरे मामले की विशेष जांच हो।
- पूजा को सुरक्षित वापस लाया जाए।
- धर्मांतरण नेटवर्क का पर्दाफाश कर इसके पीछे के मुख्य साजिशकर्ताओं पर सख़्त कार्रवाई की जाए।
- धर्मांतरण विरोधी हेल्पलाइन सेंटर की स्थापना
- इसी दिन विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने एक बड़ा कदम उठाते हुए लखनऊ में 'धर्मांतरण विरोधी हेल्पलाइन सेंटर' का शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोपाल राय ने कहा : “हम देख रहे हैं कि अवैध धर्मांतरण के मामलों में पीड़ितों को पुलिस से सहयोग नहीं मिलता। यह हेल्पलाइन ऐसे परिवारों को कानूनी, सामाजिक और मानसिक सहायता देने के लिए शुरू की गई है।”
एक सवाल जो हर माता-पिता को झकझोरता है :
- क्या हमारी बेटियाँ सुरक्षित हैं?
- आज़ाद सिंह जैसे एक सामान्य किसान की पुकार हमें सोचने पर मजबूर करती है –
- जब एक जागरूक पिता अपनी बेटी को इस्लामी जाल से नहीं बचा पा रहा, तब सामान्य शहरी और ग्रामीण परिवारों की बेटियाँ कितनी असहाय होंगी?
लेखक: रविंद्र आर्य
(संस्कृति, समाज और राष्ट्रवाद विषयों के विश्लेषक लेखक)