महाराष्ट्र
सीएम उद्धव ठाकरे से एकनाथ शिंदे ने की बात : शिवसेना की 10 प्रमुख खबरें
Paliwalwaniमहाराष्ट्र : महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार संकट में दिख रही है. दरअसल, शिवसेना (Shiv Sena) के मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कुछ विधायकों के साथ बगावत कर दी है. पार्टी के संपर्क से दूर हैं. उन्होंने गुजरात के सूरत (Surat) के एक होटल में डेरा डाल लिया है. शिंदे के बागी तेवर को देखते हुए शिवसेना ने उन्हें विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है.
हालांकि उन्हें मनाने की भी कोशिश हो रही है. सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिंदे से फोन पर बात हुई है. दोनों नेताओं के बीच करीब 15 मिनट तक चर्चा चली. 10 बड़ी बातें-
1. एक दिन पहले सोमवार को हुए विधान परिषद चुनाव में ‘क्रॉस-वोटिंग’ होने की आशंकाओं के बीच एकनाथ शिंदे के कदम से राज्य में सत्तारूढ़ महा विकास आघाडी (एवीए) की स्थिरता सवालों के घेरे में आ गई है. शिंदे ने ट्वीट कर कहा, ''हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं... बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है. बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया और न कभी धोखा देंगे.''
2. वहीं शिंदे के चौंकाने वाले कदमों के बीच पूर्व सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में डेरा डाले हैं. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के हलचल को लेकर हाईकमान से चर्चा होगी. हालांकि महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से उनकी पार्टी का कोई भी संबंध होने से इनकार किया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर शिंदे सरकार बनाने का प्रस्ताव लेकर आते हैं तो भाजपा इस पर ‘जरूर विचार करेगी.’
3. इससे पहले दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में तीसरी बार सरकार गिराने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह शिवसेना का आंतरिक मामला है और उद्धव ठाकरे स्थिति को संभाल लेंगे.
4. शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात से ऑपरेशन लोटस (Operation Lotus) चलाया जा रहा है. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि विधायकों के परिजनों ने बताया कि उनके घर के सदस्यों का अपहरण हुआ है. पुलिस इसपर कार्रवाई करे. सरकार ढाई साल का कार्यकाल पूरा करेगी, किसी को उपचुनाव नहीं चाहिए.
5. शिंदे और शिवसेना के कुछ अन्य विधायकों के अचानक गायब हो जाने के बाद उद्धव को मुंबई में अपने आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ पर पार्टी नेताओं और विधायकों की आपात बैठक की. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सीएम ठाकरे ने कहा कि सरकार पर कोई संकट नहीं है.
6. बैठक के बाद एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया. उनकी जगह शिवसेना ने अजय चौधरी को विधायक दल का नेता बनाया है.
7. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने दो विधायकों को सूरत भेजा है. शिवसेना नेता मिलिंद नार्वेकर और रवि पाठक सूरत के ले मेरिडियन होटल पहुंचे हैं, जहां शिवसेना के कुछ नेता ठहरे हुए हैं. सूत्रों ने बताया कि मिलिंद नार्वेकर ने अपने फोन से रश्मि ठाकरे और फिर CM उद्धव से बातचीत की. उद्धव ने उन्हें वापस लौटने और अपने फ़ैसले पर फिर से सोचने के लिए कहा.
8. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रात तक गठबंधन दलों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, अजीत पवार की ठाकरे के साथ बैठक होगी. महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता नाना पटोले ने एमवीए सरकार को किसी तरह का खतरा होने की आशंकाओं को खारिज किया है. कांग्रेस के मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना के घटनाक्रमों पर करीबी नजर रख रही है और उन्होंने मुख्यमंत्री से बात की है और जरूरत पड़ी तो एमवीए की बैठक भी की जाएगी.
9. महाराष्ट्र की 288 सदस्सीय विधानसभा में बीजेपी के 106, शिवसेना के 55, एनसीपी के 53, कांग्रेस के 44, बहुजन विकास आघाडी के तीन और समाजवादी पार्टी, एआईएमआईएम व प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो-दो विधायक हैं. वहीं, मनसे, माकपा, पीडब्लूपी, स्वाभिमानी पक्ष, राष्ट्रीय समाज पार्टी, जनसुराज्य शक्ति पार्टी और क्रांतिकारी शेतकारी पक्ष के पास राज्य विधानसभा में एक-एक विधायक हैं. महाराष्ट्र विधानसभा में निर्दलीय विधायकों की संख्या 13 है. एमवीए के अन्य घटक दलों, राकांपा और कांग्रेस के नेताओं ने हालांकि दावा किया कि राज्य सरकार की स्थिरता पर कोई खतरा नहीं मंडरा रहा है.
10. विधान परिषद चुनाव (MLC Election) में एमवीए को झटका लगने के कुछ घंटों बाद यह घटनाक्रम हुआ है, जिसके नतीजे सोमवार रात घोषित किए गए थे. चुनाव में बीजेपी (BJP) ने उन पांचों सीटों पर विजय हासिल की, जिन पर उसने किस्मत आजमाई थी, जबकि उसके पास महज चार उम्मीदवारों को जीत दिलाने के लिए जरूरी वोट थे. शिवसेना (Shiv Sena) और राकांपा (NCP) के खाते में दो-दो सीटें गईं. वहीं, कांग्रेस (Congress) के दो उम्मीदवारों में से एक को हार का सामना करना पड़ा.