मध्य प्रदेश
CRIME NEWS : फसल के रुपयों को लेकर टीचर की हत्या, महिला सहित 4 गिरफ्तार - गुमराह करने के लिए अलग अलग जगह फेका सामान
Paliwalwani
जबलपुर । जबलपुर में एक टीचर की रस्सी और गमछे से गला घोंट कर हत्या कर दी गई। शव को बोरी में बांध कर खाई में फेंक दिया। टीचर की बाइक नहर में फेंक दी। माेबाइल और बैग कुछ दूर ले जाकर फेंका, ताकि पुलिस उलझती रहे। हत्या की वजह उड़द की फसल बेचने से आए रुपयों को लेकर हुई थी। पुलिस ने हत्या के मामले में महिला समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चार महीने पहले टीचर के बेटे की भी हत्या कर दी गई थी।
वारदात 23 जुलाई की है। बुधवार को SDOP सिहोरा IPS श्रुतिकीर्ति सोमवंशी ने पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि शिक्षक मेंबर पटेल की लाश सिहोरा पुलिस ने मंगलवार को आरोपी बबलू पटेल की निशानदेही पर मझौली-इंद्राना के बीच जंगल में पहाड़ी से नीचे (लाल घटिया) मिली थी। वहीं उसकी बाइक 25 जुलाई को अगरिया नहर में सर्चिंग के दौरान पुलिस ने बरामद की थी, जबकि उसका मोबाइल और बैग 24 जुलाई को अगरिया नहर के बरनी पुल के पास मिला था।
महिला सहित चार आरोपी गिरफ्तार
SDOP सोमवंशी के मुताबिक, शिक्षक मेंबर पटेल की हत्या मामले में लखनपुर गांव निवासी बबलू पटेल (36), उसकी दासता पत्नी सुनीता बांधवे (27), रिवझा निवासी सचिन बर्मन (18) और मटका शहपुरा डिंडौरी निवासी पवन चौधरी (24) को गिरफ्तार किया गया है। बबलू का गांव में ही गैरेज है। सचिन उर्फ सच्चू वहां काम करता है जबकि पवन, सुनीता का भाई है। मेंबर पटेल भी लखनपुर का रहने वाला था लेकिन वर्तमान में वह पत्नी मंजू पटेल (54) और बेटी पूजा पटेल (23) के साथ खितौला के वार्ड नंबर 12 चर्च कॉलोनी में किराए के कमरा लेकर रह रहा था। वह सिहोरा में ही प्राइमरी स्कूल में सरकारी टीचर था। 23 जुलाई को सुबह वह बाइक लेकर स्कूल और वहां से गांव जाने का बोलकर निकला था।
ऐसे हुआ खुलासा
3 जुलाई को जब टीचर घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की छानबीन की तो पता चला कि आखिरी बार बबलू पटेल के साथ मेंबर पटेल दिखा था। मंगलवार को बबलू को हिरासत में लेकर सख्ती दिखाई तो उसने हत्या की बात स्वीकार करते हुए पूरा सच बता दिया।
फसल के रूपये थे हत्या की वजह
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी बबलू पटेल ने टीचर मेंबर पटेल के 13 एकड़ खेत में बंटाई पर उड़द बोई थी। उड़द बिकने के बाद आए 3 लाख रुपए में से टीचर ने 1 लाख रुपए ही दिए थे। वह पचास हजार रुपए नहीं दे रहा था। 23 जुलाई को दोपहर एक बजे मेंबर पटेल बबलू के गैरेज पर पहुंचा था। वहां बबलू ने एक वर्ष पुराने उड़द के पैसों के लिए बोला, ताे मेंबर कहा कि अब कुछ नहीं देगा। यहां विवाद हो गया। गुस्से में बबलू ने सुनीता को गैरेज के बाहर रेकी के लिए खड़ा कर दिया। सच्चू ने गैरेज का दरवाजा बंद कर दिया। पवन ने रस्सी से तो सच्चू ने गमछे से मेंबर का गला दबा दिया, जबकि खुद उसने पैर पकड़ रखे थे। मौत के बाद शव को जूट की बोरी में भरकर बांध दिया।