इंदौर
हम हर दिन पाप करें और गंगा में नहाकर उन से मुक्ति पालें : कथावाचक बाल व्यास विष्णु प्रिया (अवी)
पुलकित पुरोहितइंदौर : पुलकित पुरोहित
यदि गंगा में स्नान करने से हमारे पापों का नाश होता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि हम हर दिन पाप करें और गंगा में नहाकर उन से मुक्ति पालें ।
गंगा या अपने अंचल की नदियों को प्रदूषित करना भी पाप कर्म है। प्रकृती भी परमात्मा का ही अंश है। हमारे मन में काम क्रोध, लोभ, मोह, जैसे विकार भरे पड़े जब तक ये खाली नहीं होंगे तब तक भागवत के संदेश अंदर नहीं उतरेंगे
जहां भागवत कथा होती है वह स्थान वृंदावन धाम बन जाता है युवाओं को जीवन में स्वर्णिम अवसर कभी नहीं छोड़ना चाहिए यह बात कथावाचक बाल व्यास विष्णु प्रिया (अवी) देवी जी ने एअरपोर्ट रोड स्थित गंगानगर गली नंबर दो मे कहीं वे सात दिनी श्रीमत भागवत कथा के तीसरे दिन विराटपुरूष, सती चरित्र, पर संबोधित कर रही थी उन्होंने कहा है कि युवा अगर समय का सही प्रयोग करें तो हमेशा हमेशा के लिए तर जाएंगे भगवान व्यक्ति के कर्मों से प्रसन्न होते हैं उनकी कथा सुनने से मन संयमित होता है। कथावाचक देवी विष्णु प्रिया (अवी) जी की उर्म मात्र (8) वर्ष की है।
आयोजक सर्वशाक्ती माता गंगा नगर रहवासीगण एवं प्रमुख आयोजक श्री सुखदेव जोशी श्रीमती मंगलेश जोशी (ग्राम बिजनोल) ने बताया है कि गंगा नगर मे श्री मत भागवत कथा का मंचन किया गया है। कथा 29 दिसंबर से 4 जनवरी तक चलेगी कथा यूट्यूब के माध्यम से लाइव भी देखी जा सकती है।
कथा संचालन एवं व्यवस्थापक की भूमिका मे सर्व श्री भंवर लाल जी जोशी (बाऊजी) कालु राम जी जोशी, भेरू लालजी बागोरा, (भोपा जी) धर्मेद्र जी सिलोरा, मन्नु जोशी जी, शभु बागोरा, दुर्गगेश जोशी, (56) इन्दौरी, देवेश जोशी, निर्मल जोशी, आषीश जोशी, सुरेश जोशी, जगदीश पुरोहित, पंडित शेलेन्द्र त्रिवेदी, पंकज सेन, रिषी दुबे, अनिल बागोरा, सुनिल बागोरा राजेश बागोरा, एवं समस्त गंगा नगर रहवासीगण एवं माता बहनो ने संभाल रखी है।