स्वास्थ्य
घर पर कर रहे हैं ब्लड शुगर चेक तो इन 5 बातों का जरूर रखें ख्याल, सही रीडिंग के साथ-साथ संक्रमण का खतरा भी होगा कम
Pushplataआज की खराब जीवनशैली और अनहेल्दी खानपान की आदतों के चलते लोग ना चाहते हुए भी कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।भी इन्हीं बीमारियों में से एक है।एक्सपर्ट्स, शारीरिक गतिविधि की कमी, खराब लाइफस्टाइल, गलत खानपान, मोटापा, आदि जैसे कुछ सामान्य कारकों को टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत का अहम कारण बताते हैं। वहीं, एक बार इस गंभीर बीमारी की चपेट में आने पर पीड़ित को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। खासकर मधुमेह होने परशुगर लेवल पर ध्यान देना सबसे अधिक जरूरी होता है।
वहीं, क्योंकि शुगर टेस्ट करने के लिए हर रोज डॉक्टर के पास जाना संभव नहीं है, ऐसे में लोग घर पर ही ग्लूकोमीटर की मदद से खुद टेस्ट कर लेते हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो ये आर्टिकल आप ही के लिए है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, घर पर रक्त शर्करा की जांच करते समय अधिकतर लोग टेस्ट में कई गलतियां कर बैठते हैं, जिससे ना केवल उन्हें गलत रीडिंग मिलती है, जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकती है, बल्कि टेस्ट करने का गलत तरीका कई बार मधुमेह रोगियों में संक्रमण का कारण भी बन जाता है। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको 5 ऐसी टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें डायबिटीज का टेस्ट करते हुए दिमाग में रखना बेहद जरूरी है।
इन बातों का रखें ख्याल-
समय पर दें ध्यान
गौरतलब है कि ब्लड शुगर का टेस्ट खाली पेट और खाना खाने के बाद, दो बार किया जाता है। ऐसे में इस दौरान समय का ध्यान रखना सबसे अधिक जरूरी है। फास्टिंग शुगर लेवल को टेस्ट करने के लिए व्यक्ति को करीब 8 घंटे तक भूखे रहना जरूरी होता है। टेस्ट से पहले आप केवल पानी पी सकते हैं। ऐसे में आप रात के खाने को 8 घंटे बीत जाने के बाद ही सुबह के समय फास्टिंग शुगर लेवल टेस्ट करें।
वहीं, खाने के बाद टेस्ट के लिए एक्सपर्ट्स 2 घंटे के समय को सही बताते हैं। ध्यान रहे कि इन घंटों की शुरुआत आपके मुंह में पहला निवाला डालते ही शुरू हो जाती है। ऐसे में सही रीडिंग पाने के लिए अगली बार टेस्ट करने से पहले सही समय को ध्यान में जरूर रखें।
सफाई है जरूरी
ग्लूकोमीटर से टेस्ट करने से पहले अपने हाथों को साबुन की मदद से अच्छी तरह साफ कर लें। साथ ही किसी साफ कपड़े की मदद से हाथों को ठीक ढंग से सुखा भी लें। ध्यान रहे कि हाथों में किसी तरह गंदगी या खाने के कण मौजूद होने पर भी शुगर लेवल की रीडिंग प्रभावित हो सकती है।
लैंसेट का सही इस्तेमाल और खून की पहली बूंद
हाथों को सही तरह से साफ करने के बाद स्किन को जेंटली दबाएं और तब लैंसेट का इस्तेमाल करें। इसके बाद खून निकलने पर पहली बूंद को टिश्यू पेपर या कॉटन की मदद से साफ कर लें। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, खून की पहली बूंद कंटैमिनेटिड हो सकती है, ऐसे में इसे साफ कर फिर सैंपल लें।
एक ही उंगली से न करें टेस्ट
ब्लड शुगर टेस्ट करते समय बार-बार एक ही उंगली पर लैंसेट का इस्तेमाल न करें। दरअसल, बार-बार एक ही जगह सुई चुभाने से इंजरी के चांस बढ़ जाते हैं। वहीं, मधुमेह रोगियों के लिए छोटा घाव भी बड़े संक्रमण का कारण बन सकता है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों की इम्युनिटी बेहद कमजोर होती है, दूसरी ओर अनियंत्रित शुगर घाव के बैक्टीरिया को रोकने में नाकाम करने लगती है, इससे बैक्टीरिया घाव पर लेयर बना लेता है और वे भर नहीं पाते हैं, जो जल्दी संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
एक बार ही करें सुई का इस्तेमाल
इन सब के अलावा एक सुई का इस्तेमाल केवल एक ही बार करें। दरअसल, कुछ लोग जानकारी के अभाव में या पैसे बचाने के चक्कर में 1 ही सुई से 2-3 लोगों का ब्लड शुगर लेवल चेक कर लेते हैं, जो काफी खतरनाक हो सकता है। इससे मरीजों में संक्रमण फैल सकता है। ऐसे में जरूरी है कि शुगर लेवल की जांच करने के लिए आप एक (नीडल )सुई का इस्तेमाल केवल एक ही बार करें।
Note : आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।