स्वास्थ्य
Heart Attack Causes : कम उम्र में हार्ट अटैक आने के पीछे हैं ये तीन कारण
PaliwalwaniHeart Attack Causes : आज के दौर में हार्ट अटैक के कई मामले देखने को मिल रहे हैं। अब तक आपने कई ऐसे वीडियो भी देखें होंगे, जिसमें फिट दिख रहे व्यक्ति को अचानक हार्ट अटैक आ जा रहा है और मौत हो जाती है। वहीं इस बारे में डॉक्टर का कहना है कि इसके पीछे की वजह गलत खानपान और लोगों की लापरवाही है।
बता दें कि डॉक्टर का कहना है कि कई बार लोग लक्षण दिखने पर नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे में धीरे-धीरे डिजीज बढ़ती जाती है और अंत में हार्ट अटैक आ जाता है। चलिए समझते हैं कि किन कारणों से लोग कम उम्र में ही दिल की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
क्या हैं Heart Attack Causes?
इंडो यूरोपियन हेल्थ केयर के डॉयरेक्टर डॉ. चिन्मय गुप्ता का कहना है कि कोरोना के बाद से हार्ट डिजीज काफी बढ़ गई है। इसकी पहली वजह यह है कि कोविड वायरस के कारण हार्ट की आर्टरीज में ब्लड क्लॉट हो रहा है, यानी दिल की धमनियों में खून के थक्के जम रहे हैं, इससे हार्ट को ब्लड पंप करने में काफी परेशानी हो रही है। यही वजह है कि लोगों को कम उम्र से ही हार्ट अटैक आ रहा है।
दूसरा लोगों का खान-पान काफी गड़बड़ है। आज कल के युवा फास्ट फ़ूड खाना काफी पसंद करने लगे हैं। फास्ट फूड में सैचुरेटेड फैट की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जिसमें शरीर में बैड कोलोस्ट्राल का लेवल बढ़ जाता है। इससे अटैक आने की आशंका रहती है।
धूम्रपान और शराब का सेवन
धूम्रपान और शराब के सेवन के कारण भी हार्ट डिजीज बढ़ती जा रही हैं। ऐसे कई मामले देखें गए हैं कि व्यक्ति ज्यादा धूम्रपान करता है और उसको कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा ज्यादा रहता है। जो व्यक्ति अधिक धूम्रपान करता है शराब भी ज्यादा पीता है तो यह जानलेवा शाबित हो सकता है। इसके साथ ही मोटापा और डायबिटीज से पीड़ित लोगों को इसका सबसे ज्यादा खतरा रहता है।
जानिए बचाव के तरीके
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अजित जैन का कहना है कि कोविड होने के बाद हार्ट की सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। अपने खान-पान पर जरूर ध्यान दें। जंक फूड, प्रोसेस्ड मीट और अधिक फैट वाली चीजें न खाएं।
रोजाना कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइज करें। हर तीन महीने में हार्ट को चेक कराते रहें। इसके लिए लिपिड प्रोफाइल टेस्ट और ट्रेडमिल टेस्ट करवाया जा सकता है। अगर आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ दिखे तो डॉक्टर से सलाह मशौहरा जरूर करें।
इसके साथ भी देखें कि बॉडी में ट्राईग्लिसराइ़ड्स का लेवल ज्यादा तो नहीं है। यह बढ़ने से हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। किसी भी तरह की परेशानी दिखे तो डॉक्टर से सलाह लें।