दिल्ली
IIT बॉम्बे को गुमनाम डोनर ने दिए 160 करोड़ रुपए
Paliwalwani
नई दिल्ली :
डायरेक्टर प्रोफेसर चौधरी ने बताया कि GESR हब सौर फोटो वोल्टिक्स, बैटरी टेक्नोलॉजी, स्वच्छ वायु विज्ञान, जैव ईंधन, बाढ़ की भविष्यवाणी और कार्बन एमिशन सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में की जाने वाली रिसर्च में मदद करेगा। उद्योगों को भी इसकी ट्रेनिंग देगा। साथ ही दुनिया की दूसरी यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूशंस के साथ सहयोग बढ़ाएगा। दानदाताओं को पता है कि जब वे IIT बॉम्बे को पैसा देंगे, तो इसका उपयोग कुशलतापूर्वक और सही उद्देश्य के लिए किया जाएगा। बताया जा रहा है कि ये डोनर एक पूर्व छात्र हो सकता है।
IIT बॉम्बे को एक गुमनाम डोनर से 160 करोड़ रुपए का दान मिला है। IIT के डायरेक्टर प्रोफेसर सुभाशीष चौधरी ने कहा, भारतीय शिक्षा जगत में यह एक दुर्लभ घटना है कि कोई परोपकारी व्यक्ति गुमनाम रहना चाहता है। USA में आम चलन है, मुझे नहीं लगता कि भारत में किसी भी यूनिवर्सिटी को कोई ऐसा डोनेशन मिला है जहां डोनर गुमनाम रहना चाहता है।
एक दशक पहले, जब इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणी ने IIT बॉम्बे को किश्तों में 85 करोड़ रुपए दान किए थे, तब यह भी गुमनाम दान था। बाद में उनका योगदान सार्वजनिक हो गया। जून 2023 में, उन्होंने IIT बॉम्बे को 315 करोड़ रुपए का दान दिया, जिससे उनका कुल दान 400 करोड़ रुपए हो गया। यह आज तक भारत में किसी संस्थान को मिला सबसे बड़ा व्यक्तिगत दान है।