भोपाल
मध्यप्रदेश सरकार गली क्रिकेट की तर्ज पर नया फार्मेट फ्लाईओवर क्रिकेट, बैडमिंटन, टेबल टेनिस व बास्केटवाल कोर्ट भी बनेंगे
Paliwalwaniभोपाल :
मध्यप्रदेश सरकार गली क्रिकेट की तर्ज पर फ्लाईओवर क्रिकेट शुरू करने जा रही है. यही नहीं, फ्लाईओवर के नीचे खाली पड़ी जमीन पर बैडमिंटन, टेबल टेनिस, टेनिस व बास्केटवाल कोर्ट भी बनेंगे.मोहल्ले की वो गलियां आपको याद होंगी जहां आप गली क्रिकेट खेला करते थे. बढ़ती आबादी और ट्रैफिक के बीच यह लुप्त हो रहा है. इस बीच, शहरों में खेलों के लिए जमीन की कमी को देखते हुए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने फ्लाईओवर, ब्रिज और आरओबी के नीचे खाली पड़ी जमीन को बतौर खेल मैदान विकसित करने का नया प्लान बनाया है.
फ्लाईओवर के नीचे क्रासिंग वाले ऐसे पिलर जहां ऊंचाई ज्यादा होती है, उससे सटकर विभिन्न खेलों के कोर्ट और क्रिकेट की नेट प्रेक्टिस वाली पिच बनाई जाएगी. पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह ने एक मीटिंग में इंजीनियरों को इसकी प्लानिंग करने के लिए कहा है. उनके मुताबिक इससे फ्लाईओवर के नीचे की जमीन का बेहतर उपयोग हो सकेगा और यह जमीन अतिक्रमण, अवैध कब्जों व अवैध पार्किंग से भी बच जाएगी.
ब्रिज के नीचे की जमीन का उपयोग हो सकेगा
प्रमुख सचिव ने अफसरों ने अफसरों को निर्देश दिए कि अब फ्लाईओवर के निर्माण से पहले यानी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में ही जमीन के उपयोग की प्लानिंग शामिल की जानी चाहिए. इससे थोड़ी लागत जरूर बढ़ेगी लेकिन अगले 50 से 100 साल तक ब्रिज के नीचे की जमीन का उपयोग हो सकेगा. उन्होंने यह भी कहा कि कोर्ट बनाने से पहले सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करना सबसे पहली शर्त होगी. सर्विस रोड या ट्रैफिक में किसी तरह की बाधा नहीं आनी चाहिए.
भोपाल में कोर्ट की जगह बनेंगे वेयरहाउस
पीडब्ल्यूडी के ईएनसी नरेंद्र कुमार ने बताया कि भोपाल में गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक बन रहे फ्लाईओवर और बैरागढ़ एलिवेटेड फ्लाईओवर के नीचे की जमीन ट्रैफिक के लिए उपयोग होगी. इसके बाद जो जगह बचेगी, उसकी ऊंचाई कोर्ट के लिहाज से कम होगी. लिहाजा यहां वेयरहाउस बनाए जाएंगे. ठीक यही स्थिति सुभाष नगर आरओबी की भी है.
मुंबई और दिल्ली में भी खेल के रूप में हो रहा है उपयोग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई के सानपाड़ा फ्लाईओवर के नीचे स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को डेवलप किया गया है. दिसंबर 2022 में मुफ्त इस्तेमाल के लिए आम लोगों के लिए खोल दिया गया था. नेरुल में एक फ्लाईओवर और है जिसके नीचे नगर निगम ने यही काम किया है. इसी तरह दिल्ली में दो फ्लाईओवर के नीचे स्पोर्टस कॉम्पलेक्स बनाए जा रहे हैं.